जबलपुर। गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) में बनी स्वदेशी बोफोर्स धनुष तोप जल्द ही थलसेना का हिस्सा बनने जा रही है। परीक्षण के प्रारंभिक दौर से गुजरने के बाद इसे पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया जाएगा। नई दिल्ली के राजपथ पर दो तोपें प्रदर्शन के लिए भेजी गई हैं। यह दिन इसलिए भी खास होगा, क्योंकि इसके बाद सेना में धनुष तोप बोफोर्स तोप की जगह लेगी। अत्याधुनिक खूबियों से लैस यह तोप सभी तरह के परीक्षणों में खरी उतरी है।
गन कैरिज फैक्ट्री में अब तक 12 धनुष तोप का निर्माण हो चुका है। सेना ने इसे निम्न एवं उच्च तापमान में परखा है। देश में पांच जगहों पर हुए परीक्षण में फायरिंग के परिणाम सकारात्मक आए हैं। 155 एमएम 45 कैलीबर की धनुष तोप बोफोर्स तोप का स्वदेशी संस्करण है। जीसीएफ ने कानपुर ऑर्डनेंस फैक्ट्री और 506 आर्मीबेस वर्कशॉप की सहायता से इसे अपग्रेड किया है। जीसीएफ में प्रोजेक्ट वर्ष 2011 में शुरू हुआ था। सेना के पास 38 किमी दूरी तक निशाना साधने वाली यह एकमात्र तोप है। एक साल में दो प्रोटोटाइप तैयार किए गए।
इसका पहला परीक्षण मध्यप्रदेश के इटारसी रेंज में हुआ। इसके बाद लगभग 8 बार से ज्यादा फायरिंग हो चुकी है। जीसीएफ में एक दर्जन तोप तैयार हो चुकी हैं। छह तोप का निर्माण इंटरनल ट्रायल के लिए किया गया था। छह तोप यूजर ट्रायल के लिए दी गई हैं। इनमें से दो तोप सेना को इस्तेमाल के लिए दी जा चुकी हैं। अब तक 3500 से ज्यादा राउंड फायर हो चुके हैं। इसकी शुरुआत 2 दिसम्बर 2012 को इटारसी के ताकू पू्रफ रेंज से हुई थी। वर्तमान में महाराष्ट्र में नासिक के देवलाली स्थित स्कूल ऑफ आर्टिलरी में तोप का प्रदर्शन किया जा रहा है।
12 तोप का नया ऑर्डर
जीसीएफ को नए वित्तीय वर्ष के लिए 12 तोप बनाने का ऑर्डर पहले ही मिल चुका है। मार्च 2017 से इनका उत्पादन शुरू होगा। इसके बाद रक्षा मंत्रालय बल्क प्रोडक्शन का ऑर्डर देगा। गौरतलब है कि 90 के दशक में भारत सरकार ने स्वीडन से करीब 410 बोफोर्स तोप का सौदा किया था। इस पर विवाद भी हुआ था। काफी समय तक तोप की खरीदी नहीं हुई। वर्तमान में सेना के पास 250 से अधिक बोफोर्स तोप हैं, जो वर्तमान परिस्थितियों के मुताबिक खरी नहीं उतरतीं। इसलिए आयुध निर्माणी बोर्ड को सेना ने स्वदेशी बोफोर्स तोप तैयार करने का प्रोजेक्ट दिया था।
दुनिया की शीर्ष पांच तोपों में शामिल
1. बोफोर्स बीओ-5 (स्वीडन)
2. एम 46-एस (इजराइल)
3. जीसी 45 (कनाडा)
4. नेक्सटर (फ्रांस)
5. धनुष (भारत)
विशेषताएं
इलेक्ट्रॉनिक, राडार कंट्रोल, सीसीडी कैमरा, उच्च स्तरीय संचार प्रणाली, कम्प्यूटर से नियंत्रण, टारगेट सेट करने की प्रणाली।
यहां हुआ परीक्षण
इटारसी, बालासोर, पोकरण, सिक्किम, लद्दाख
इनका कहना है
धनुष आधुनिक तकनीक से युक्त तोप है। तोप परीक्षण के दौर में है। कई स्थानों पर फायरिंग की गई। परिणाम सकारात्मक आए हैं। अगले वित्तीय वर्ष के लिए 12 तोप का ऑर्डर मिला है। इसके लिए मटेरियल जुटाने समेत अन्य तैयारियां चल रही हैं। दो तोप दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हो रही हैं।