मप्र उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा जारी हुआ प्रदेशभर के कॉलेजों के लिए औद्योगिक भ्रमण को लेकर निर्देश
जबलपुर. प्रदेश भर के कॉलेजों में अब स्टूडेंट्स की शिक्षा के साथ उनके कौशल विकास पर भी सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाने लगा है। यही वजह है कि अब कॉलेजों में खासतौर पर गवर्नमेंट कॉलेजों में औद्योगिक भ्रमण को लेकर स्तरता में बढ़ोत्तरी हुई है। इसमें भी बढ़ोत्तरी करते हुए अब मप्र उच्च शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में प्रदेशभर के कॉलेजों के लिए यह निर्देश जारी किए गए हैं, कि स्टूडेंट्स को जल्द से जल्द औद्योगिक भ्रमण पर ले जाना सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि वह स्वरोजगार के लिए प्रेरित हो सकें। यह औद्योगिक भ्रमण स्वामी विवेकानंद कॅरियर गाइडेंस प्रकोष्ठ के तत्वावधान में आयोजित किए जाएंगे।
31 जनवरी तक सभी शामिल हों
निर्देश में प्रदेशभर के कॉलेजों के लिए यह कहा गया है कि 31 जनवरी तक सभी को औद्योगिक भ्रमण के लिए ले जाना होगा। इसके साथ ही भ्रमण के पूर्व युवाओं को रोजगार के लिए किस तरह इस भ्रमण में मदद मिलेगी इस बात को समझाना होगा।
भर्ती वाली इकाईयों का चुनाव
कॉलेजों में भ्रमण के लिए जिन इकाइयों को चुना जाता हैं, उसमें फैक्ट्रीज अधिक होती हैं। इस बार कॉलेजों में प्रकोष्ठ प्रभारियों को ऐसी इकाइयों को चुनना होगा, जहां युवाओं के लिए प्लेसमेंट को लेकर अधिक उम्मीद हो। इसका फायदा युवाओं को पढ़ाई के दौरान ही नौकरी के रूप में मिल सकेगा।
गे्रएजुशन लास्ट ईयर और पीजी स्टूडेंट्स को प्राथमिकता
उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा जारी निर्देश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इसमें ग्रेएजुशन के लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स और पीजी के स्टूडेंट्स को प्राथमिकता से शामिल किया जाए, ताकि डिग्री कम्प्लीट होते-होते तक उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के लिए प्रेरणा मिल सके।
इन बातों का रखा जाएगा ध्यान
- 40 से 50 किमी के दायरे की औद्योगिक इकाइयों का होगा भ्रमण।
- भ्रमण के लिए ऐसी इकाइयों का चयन जहां भर्ती की संभावना अधिक हो।
- भ्रमण के लिए उन क्षेत्रों का भी चयन होगा, जो जॉब ओरिएंटेड में बढ़ोत्तरी करें।
- ऐसी इकाइयां जो कि कॉलेजों को मेंटरिंग के लिए गोद भी ले सकें।
- ऐसे मध्यम और लघु आकार इकाइयों का भ्रमण करवाया जा सकता है, जिनकी उत्पादन और सेवा प्रदाय प्रक्रिया को समझकर स्टूडेंट्स अपना रोजगार स्थापित कर सकें।