मंत्री तोमर ने मीडिया को बताया कि वह बिजली उत्पादन संयंत्रों, लोड डिस्पैच सेंटर का निरीक्षण कर यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि बिजली का तंत्र कैसे काम करता है। तंत्र को समझने के बाद ही तो गड़बड़ियों को आसानी से पकड़ सकता हूं। कहा कि पावर प्लांटों का मेंटेनेंस का कार्य जल्द शुरू होने वाला है। साथ ही ट्रांसमिशन लाइन बिछाने का भी काम चल रहा है। इसी का जायजा लेने जबलपुर आया हूं। ट्रांसमिशन कंपनी के अधिकारियों संग इसकी विस्तृत समीक्षा शक्ति भवन में करूंगा।
स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर का औचक निरीक्षण के दौरान अभियंताओं ने उन्हें विद्युत उत्पादन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन में लोड डिस्पैच सेंटर की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मंत्री ने लाइव रूप से प्रदेश के बिजली सिस्टम को समझा। इसके बाद रानी अबंतीबाई जल विद्युत गृह बरगी के निरीक्षण के लिए रवाना हो गए। वहां वर्तमान में बन रही बिजली की जानकारी ली। इस दौरान मंत्री ने सेंटर के मुख्य अभियंता केके प्रभाकर और शिफ्ट ड्यूटी अभियंताओं से सेंटर की कार्यप्रणाली और मॉनीटरिंग की जानकारी ली।
ऊर्जा मंत्री कुछ ही देर में शक्तिभवन में ट्रांसमिशन कंपनी की समीक्षा करेंगे। इस दौरान एमडी सुनील तिवारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। मंत्री ने ट्रांसमिशन कंपनी से विस्तृत कार्ययोजना मांगी है कि अगले पांच वर्षों में वे किस तरह प्रदेश की बिजली ट्रांसमिशन सिस्टम को ठीक करने जा रहे हैं। कहां और कितनी क्षमता के नए सब स्टेशन बन रहे हैं। कहां की क्षमता बढ़ाई जानी है। ग्रीन एनर्जी कॉरीडोर के लिए अब तक क्या कुछ किया जा चुका है।