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राशन दुकानों की तख्तियों से खुला अजब राज, हैरान रह गए लोग

सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियमों की उड़ा रहे धज्जियां, भटकते मिलते हैं हितग्राही

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rashan dukan

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जबलपुर। शहर में प्रशासन द्वारा संचालित हो रही राशन दुकानें मनमर्जी से खुलती है और बंद होती हैं। राशन केन्द्रों में बीपीएल कार्डधारकों को अनाज नहीं मिल पा रहा है। पत्रिका एक्सपोज ने राशन केन्द्रों की पड़ताल की तो दुकानें तय समय पर बंद थीं। केन्द्र संचालकों ने दुकान के बाहर बंद होने का कारण लिख छोड़ा था। दुकानों के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि दुकान खोलने से बचने के लिए इस तरह का हथकंडा अपनाया जा रहा है।

राशन दुकानदारों ने दुकान बंद रखने की नई तरकीब खोज ली है। इसकी बानगी बुधवार को देखने मिली। कोई डॉक्टर से मिलने गया था तो किसी केन्द्र संचालक ने दुकान की शटर पर गमी हो जाने की बात चस्पा कर रखी हुई थी। यही नहीं एक राशन केन्द्र संचालक दुकान खुलने के निर्धारित समय पर अपनी ससुराल गए हुए थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राशन दुकानदार शासन के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इससेे राशन केन्द्रों में गरीबों को अनाज वितरण की व्यवस्था ठप हो गई है। इसका खामियाजा राशन केन्द्रों में पंजीकृत राशन कार्ड धारकों को उठाना पड़ रहा है। समय नहीं निश्चित दुकान खुलने का समय शासन ने तो निश्चित किया है लेकिन दुकान संचालकों ने अपनी सुविधा के अनुसार इसे बदल दिया है। आलम यह है कि कहीं राशन दुकान दोपहर को ३ से ७ खुलती है तो कहीं शाम ४ बजे से। जबकि शासन ने दुकान खोलने के लिए सुबह ९ से १ बजे और दोपहर ३ से ७ बजे का समय निर्धारित किया है।

दुकान - १
हकीकत- जय भवानी उपभोक्ता सह.भण्डार। यह दुकान ११.३० बजे बंद मिली। आस-पास के व्यापारियों ने बताया कि दुकान रोज नहीं खुलती। राशन दुकान के समीप खड़े दुकानदार का कहना था कि दुकान रोज सुबह-शाम खुलती है। हालांकि जब दोपहर बाद एक्सपोज रिपोर्टर दोबारा वहां पहुंचा तो दुकान बंद ही मिली।

दुकान-२

हकीकत- शिक्षित बेरोजगार उपभोक्ता सह.भण्डार। दोपहर ११.५० बजे दुकान बंद मिली। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि दुकान खुलने और बंद होने का समय निश्चित नहीं रहता। इस दौरान दो राशन कार्ड धारक अनाज लेने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि वे तीन बार आकर वापस लौट चुके हैं। शाम के समय भी दुकान नहीं खुली थी।

दुकान-३
हकीकत- श्री शारदा महिला उपभोक्ता सह.भण्डार। दोपहर १२.१५ बजे राशन दुकान का जायजा लिया। घर में संचालित राशन की दुकान बंद मिली। आवाज लगाने पर केन्द्र संचालक का भांजा बाहर आया। युवक के मुताबिक उसके मामा, मामी के साथ ससुराल गए हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना था कि अनाज का वितरण मनमानी से होता है।

दुकान-४

हकीकत- जय गुरुदेव उपभोक्ता सह.भण्डार। यह दुकान सुबह के समय थेड़ी देर के लिए खुली थी। इस दौरान यहां दो युवक बैठे मिले। दुकान के बाहर आवश्यक सूचना चस्पा थी कि डॉक्टर के यहां मिलने गए हैं। शाम के वक्त दुकान नहीं खुली। गुरूवार को भी दुकान के बाहर वही सूचना लिखी हुई थी।

दुकान-५
हकीकत- रानीताल उपभोक्ता सह.भण्डार। दोपहर १२.४५ पर राशन दुकान बंद मिली। दुकान की शटर में सूचना चस्पा थी कि (गमी हो जाने के कारण दुकान बंद रहेगी)। क्षेत्रीय लोगों से जब इस बारे में बात की गई तो उनका कहना था कि दुकान में उक्त सूचना हमेशा ही चस्पा रहती है।

शिकायत मिली है

जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी सीएस जादोन ने बताया, हमारे पास भी इस तरह की गड़बड़ी की शिकायतें आ रही है। इस मामले में सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।