
To reach home, traveling on the truck meeting many miles
जबलपुर. सिहोरा. लॉकडाउन के चलते महानगरों में फंसे दिहाड़ी मजदूर घर पहुंचे के लिए जान जोखिम में डालने से भी नहीं चूक रहे हैं। मालवाहक ट्रकों के ऊपर बैठक कर कई मीलों का सफर तय के लिए मजबूर हो रहे हैं। एनएच-30 पर रोजाना माल से लंदे ट्रकों के ऊपर बैठे मजदूर अपने गंतव्य तक जाते देखे जा सकते हैं।
गुरुवार को एनएच-30 सिहोरा बायपास से एक ट्रक गुजरा, जिसके ऊपर 12 मजदूर बैठे हुए थे। बायपास पर ट्रक के रुकने पर मजदूरों से बात की तो उन्होंने बताया कि वे बिहार के रहने वाले हैं। हैदराबाद में एक बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन में सेंटिंग का काम करने के लिए होली के बाद गए थे। लेकिन, 15 दिन काम करने के बाद लॉकडाउन के चलते काम बंद हो गया और वे वहीं फंस गए। करीब 46 दिन उन्होंने वहीं बिताए। रोजी-रोटी का संकट खड़ा होने पर खवासा बॉर्डर तक पैदल आए। वहां अनाज से लदे ट्रक के ऊपर बैठकर यहां तक आए हैं। यहां से वे इलाहाबाद तक जाएंगे, इसके बाद वहां से पैदल बिहार के लिए रवाना होंगे।
एनएच-30 पर रोजाना 10 से 20 ऐसे वाहन गुजर रहे हैं, जिसमें दिहाड़ी मजदूर माल से लदे ट्रक की छत पर बैठकर सफर कर रहे हैं। सिहोरा से रीवा, सीधी, सतना पैदल जाने वाले मजदूरों को पुलिस ट्रकों को रोककर उनमें बैठाकर उन्हें गंतव्य के लिए रवाना कर रही है।
Published on:
08 May 2020 07:08 pm
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