टीका लगने के 14 दिन बाद जांच
कोरोना से बचाव का टीका लगने के बाद संक्रमित मिले मेडिकल के डॉक्टर्स में एक को टीके की दूसरी डोज 22 फरवरी को लगी थी। उसके बाद संदिग्ध लक्षण मिलने पर ठीक 15वें दिन नमूना कोरोना जांच के लिए भेजा गया था। उसमें रिपोर्ट कोविड-19 पॉजिटिव आई।
तेज बुखार के बाद भर्ती
टीके की दूसरी डोज लगने के 14 दिन बाद शरीर में संक्रमण की रोगप्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। टीका लगने के 15वें दिन सम्बंधित डॉक्टर का नमूना कोरोना जांच के लिए भेजा गया था। उन्हें तेज बुखार के साथ संदिग्ध लक्षण उभरे थे। डॉक्टरों का मत है कि नमूने भेजने के 3-4 दिन पहले ही संक्रमण का शरीर में प्रवेश हो चुका था। वैक्सीन का कोर्स पूरा होने के 14 दिन के समय से पहले ही सम्बंधित डॉक्टर के संक्रमण की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है।
कलेक्टर कोरोना पॉजिटिव
जबलपुर शहर में कोरोना एक बार फिर हावी हो रहा है। सोमवार को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा सहित कोरोना के 44 नए मरीज मिले। 35 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हुई। यह जिले में लगभग एक महीने बाद कोरोना से मौत है। इससे पहले रेकॉर्ड में 13 फरवरी को संक्रमण से आखिरी मौत दर्ज हुई थी।
स्वास्थ्य विभाग को सोमवार को 892 कोरोना संदिग्ध के नमूने की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इसमें कलेक्टर के नमूने की जांच रिपोर्ट भी शामिल है। सूत्रों के अनुसार संदिग्ध लक्षण पर कलेक्टर दो दिन से होम क्वारंटीन थे। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद होम आइसोलेशन पर हैं। उनके सम्पर्क में आए लोगों के एहतियातन नमूने लेकर जांच की जा रही है।
सोमवार को मिले नए मरीजों को मिलाकर जिले में कुल संक्रमित 17114 हो गए। स्वस्थ होने पर 30 कोरोना मरीज डिस्चार्ज किए गए। जिले में अभी तक कुल 16598 कोरोना मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 252 व्यक्तियों की कोरोना से अब तक मौत हुई है। इसमें सोमवार को संक्रमण से महिला की मौत शामिल नहीं है। जिले का कोविड रिकवरी रेट 96.98 प्रतिशत है। एक्टिव केस 264 है।