रवींद्र का बाड़ा निवासी हसन अली कंचनपुर स्थित एक बेकरी में काम करता है। वह पत्नी रेशमा और दो वर्षीय बेटी नायरा के साथ रवींद्र ठेकेदार के बाड़े में रहता था। रोजाना की तरह वह काम पर चला गया था। रेशमा घर पर थी और नायरा बाहर आंगन में बच्चों के साथ खेल रही थी।
बेटी की हुई थी मौत
बाड़े में ही किराए से बबीता साहनी और उसका पति अमरदीप भी रहता है। बबीता ने लगभग दो माह पूर्व बेटी को जन्म दिया था। लेकिन, 12 दिन बाद उसकी बेटी की मौत हो गई। उसे संदेह था कि रेशमा और उसके परिवार ने जादूटोना कर उसकी बेटी को मारा है। शुक्रवार दोपहर जब नायरा खेल रही थी, तभी बबीता उसे अपने घर ले गई।
कपड़ा ठूंसा, फिर लगाया ताला
बबीता अंदर के कमरे में ले जाकर नायरा के मुंह में कपड़ा ठूंसा और फिर उसी कपड़े से उसका गला घोंट दिया। इसके बाद उसने कपड़े में कई गठान लगा दी। इसके बाद घर में ताला लगाकर वह पीछे बने बाथरूम में नहाने चली गई। काफी देर तक नायरा का पता नहीं चला, तो बाड़े में हड़कम्प मच गया। सभी ने नायरा की तलाश शुरू की। इस दौरान मकान मालिक ने बाड़े में लगे सीसीटीवी कैमरे को चैक किया, तो उसमें बबीता दोपहर लगभग 1.58 बजे नायरा के साथ नजर आई। इधर हसन ने अधारताल थाने में पुलिस को सूचना दी।
नायरा की मां रेशमा का रो-रो कर ***** हाला था। इस दौरान बबीता ने उसे ढांढस बंधाया। तभी मकान मालिक की बेटी समेत अन्य ने एक-एक घर को चैक करने की बात कही। लगभग सवा तीन बजे वह बबीता के भीतर वाले कमरे में गई, तो नायरा जमीन पर पड़ी थी। परिजन नायरा को डॉक्टर के पास ले गए। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। तब तक अधारताल सीएसपी अशोक तिवारी समेत अन्य मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने बबीता को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने वारदात को अंजाम देने की बात कबूली।
जादू टोना का संदेह
पुलिस फोटोग्राफर और एफएसएल की टीम ने नायरा के शव का परीक्षण किया, तो उसके हाथ में छिलने के निशान मिले। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि नायरा ने बचने का प्रयास किया था। जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि बालिका का अपहरण कर उसकी हत्या की गई। जादू टोना के संदेह पर महिला ने वारदात को अंजाम दिया। आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। मौके पर पुलिस बल तैनात है।