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कोरोना के केस कम हुए, टायफाइड, पीलिया पीड़ित आने लगे सामने, अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की भीड़

शहर में मौसम बदलते ही पीडि़त बढ़ें

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जबलपुर। बारिश के साथ बदला मौसम लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहा है। मच्छरों के हमले बढऩे के साथ ही अब दूषित पानी पीकर भी लोग बीमार पड़ रहे हैं। अस्पतालों में पेट दर्द, उल्टी-दस्त की शिकायत लेकर मरीज आ रहे हैं। डायरिया के साथ टायफाइड और पीलिया के केस भी मिल रहे हैं। मौसमी बीमारियों के फैलने से अस्पतालों की मेडिसिन ओपीडी में मरीजों की कतार लग रही हैं। डॉक्टरों की क्लीनिक में भी बुखार के अलावा डायरिया से पीडि़त उपचार कराने पहुंच रहे हैं।

शहर के साथ गांव के भी मरीज
मेडिकल और विक्टोरिया अस्पताल में डायरिया के मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। शहर की कुछ निचली बस्तियों के मरीज के अलावा ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले मरीज ज्यादा है। सर्दी-खांसी, जुकाम के बाद अब लोग गले में दर्द, पेट में मरोड़ उठने, उल्टी-दस्त और कमजोरी बता रहे है। मरीजों की धीरे-धीरे संख्या बढ़ रही है। गंभीर हालत में आए कुछ मरीज मेडिसिन वार्ड में भर्ती हैं। प्राइवेट डॉक्टर्स भी बुखार से पीडि़त कुछ मरीजों के जांच में टायफायड और पीलिया से पीड़ित मिलने की जानकारी दे रहे हैं। डायरिया और पीलिया से अभी बच्चे ज्यादा पीडि़त हैं।

दूषित पानी के कारण मर्ज
जानकारों के अनुसार बारिश के समय में नदी-नालों का पानी मटमैला हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों जलस्त्रोत में बरसाती पानी मिलने से कई जगह दूषित जल का लोग सेवन करते हैं। शुद्ध पेयजल नहीं होने के कारण लोग डायरिया के पीड़ित हो रहे हैं। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है वे भी इस मौसम में बीमार पड़ रहे हैं। दूषित खान-पान भी डायरिया, टायफाइड और वायरल फीवर की वजह बन रही है।

डायरिया और टायफाइड के कुछ मरीज आए हैं। ओपीडी में बुखार के मरीज सबसे ज्यादा हैं। अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।
डॉ. पंकज ग्रोवर, आरएमओ, विक्टोरिया जिला अस्पताल