एएसपी नार्थ आईपीएस अगम जैन ने बताया कि 11 अक्टूबर को लोडिंग ऑटो की टक्कर लगने से स्कूटी सवार दो युवतियां घायल हो गई थीं। ऑटो भी पलट गया था। ऑटो में लोहे की सेंट्रिंग लोड थी। युवतियों ने परिचित साई विहार कॉलोनी निवासी अक्षय शिवहरे और लालमाटी घमापुर निवासी मनोज दुबे को बुला लिया। इसी बीच एक युवती ने जयप्रकाश नगर अधारताल निवासी चंदन सिंह को बुला लिया। चंदन अपने साथी नेता कॉलोनी निवासी अभिषेक दुबे उर्फ गुडी के साथ कार से पहुंचा। दोनों ने चालक अजीत विश्वकर्मा को बर्बरता से पीटा। फिर बाइक से अक्षय व मनोज दुबे की मदद से थाने छोड़ आए। वहां युवतियों की शिकायत पर पुलिस ने चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
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छह घंटे बाद चालक को छोड़ा-
रात दस बजे चालक के परिजन पहुंचे। तब उसे थाने से जमानत पर छोड़ा गया। पुलिस का दावा है कि तब तक चालक ने खुद के साथ मारपीट के बारे में कुछ नहीं बताया था। 12 नवम्बर को मारपीट सम्बंधी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अधारताल थाने में हत्या के प्रयास सहित मारपीट का प्रकरण दर्ज हुआ। 13 नवम्बर को पुलिस ने अक्षय व मनोज को गिरफ्तार कर लिया। चंदन व अभिषेक की गिरफ्तारी पर एसपी ने 10-10 हजार का इनाम घोषित किया।
एक दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा
जिला अदालत ने आरोपी अभिषेक को एक दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सुरेश सिंह जमरा की अदालत ने अधारताल पुलिस की अर्जी पर यह आदेश दिया। अभियोजन की ओर से कोर्ट को बताया गया कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 294, 323, 307, 506, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है। ऐसे खतरनाक आरोपी को पुलिस रिमांड में सौंपा जाना आवश्यक है। अधारताल पुलिस ने भी पुलिस रिमांड का आग्रह किया था।
गिरफ्तारी के लिए मांगा सहयोग
एएसपी जैन के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीमावर्ती राज्यों की पुलिस को भी खबर दी गई थी। यूपी की गाजियाबाद पुलिस की मदद से अभिषेक दुबे को गिरफ्तार किया गया। चंदन फरार है। 40 वर्षीय अभिषेक 20 साल से अपराध में लिप्त है। उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, आम्र्स एक्ट, आबकारी, मारपीट के कुल 14 प्रकरण दर्ज हैं।