
बस्तर संभाग में 1600 स्कूल हो जाएंगे बंद ( File Photo - Patrika )
CG News: युक्तियुक्तरण की तैयारी जोरों पर चल रही है। सरकार ने तय कर लिया है कि वह स्कूलों का डीमर्जर करेगी यानी उनकी संख्या कम करेगी। अब जबकि स्कूल कम होंगे तो शिक्षकों की संख्या भी कम होगी। नई नीति अगर लागू हो जाती है तो एक शिक्षक को दिनभर में नौ विषय तक पढ़ाने पड़ेंगे। शिक्षक संगठन इस बात का लगातार विरोध कर रहे हैं लेकिन सरकार की कार्रवाई जारी है।
सरकार जल्द से जल्द इसे लागू करने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि प्राथमिक शालाओं में पहली व दूसरी में तीन-तीन विषय और तीसरी, चौथी, पांचवी में चार-चार विषय के अनुसार कुल 18 विषय होते हैं, जिन्हें वर्तमान समय में तीन शिक्षकों को 40 मिनट का 6-6 कक्षा लेना होता है, अब युक्तियुक्तकरण के नए नियम के बाद दो ही शिक्षकों के द्वारा 18 कक्षाओं को पढ़ाना कैसे संभव हो सकता है?
मिडिल स्कूल में तीन क्लास और 6 सब्जेक्ट इस हिसाब से कुल 18 क्लास और 60 बच्चों की कुल संख्या में एचएम और उसके साथ केवल एकमात्र शिक्षक कैसे 18 क्लास ले पाएंगे? इसके अतिरिक्त मध्यान भोजन की व्यवस्था डाक का जवाब और अन्य गैर शिक्षकीय कार्यों की जिम्मेदारी भी इन्हीं पर रहेगी।
प्रदेशभर के शिक्षक संगठन युक्तियुक्तकरण को लेकर मंत्री, सांसद और विधायक को ज्ञापन सौंप चुके हैं। अब संगठनों ने आंदोलन की भी शुरुआत कर दी है। वे सडक़ पर उतरकर नीति का विरोध कर रहे हैं। वे लगातार सरकार को बता रहे हैं कि नीति लागू से कितना नुकसान होगा इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सरकार का युक्तियुक्तकरण को लेकर मत स्पष्ट है और जिलों से लगातार कहा जा रहा है कि वे इस कार्रवाई को जल्द से जल्द पूरा करें।
बस्तर संभाग के 1600 से ज्यादा ऐसे स्कूल हैं जहां पर 10 या उससे कम बच्चे एक क्लास में हैं। ऐसे स्कूलों को ही बंद करने की तैयारी चल रही है। अगर ऐसा होता है तो इन बच्चों को लंबी दूरी तय करके उस स्कूल में जाना होगा जहां स्कूल का मर्ज किया जाएगा। सरकार इस नीति को सिर्फ इसलिए लागू कर रही है ताकि कम दर्ज संख्या वाले स्कूलों को बंद किया जा सके। सरकार की इस नीति से सरकार को ही फायदा होगा लेकिन उन ग्रामीण बच्चों को नुकसान होगा जिनके गांव के स्कूल को बंद कर दिया जाएगा।
Updated on:
02 Jun 2025 12:48 pm
Published on:
02 Jun 2025 12:47 pm
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