Four lane Roads in Bastar: जगदलपुर से रायपुर के बीच अब पूरी तरह से बस्तर के लोगोें को फोरलेन सड़क मिलने वाली है। इस प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर का काम पूरा हो चुका है। इससे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने फोरलने निर्माण को मंजूरी दी थी।
Four lane Roads in Bastar: जगदलपुर से रायपुर के बीच अब पूरी तरह से बस्तर के लोगोें को फोरलेन सड़क मिलने वाली है। इस प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर का काम पूरा हो चुका है। इससे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने फोरलने निर्माण को मंजूरी दी थी। डबल सोल्डर पर इस सड़क को चौड़ा करने का काम जारी है। ऐसे में अब फोरलने का काम पूरा होने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। एनएच के अफसरों का कहना कि मार्च या अप्रैल 2023 से फोरलेन का काम शुरू होगा, जो कि चार चरणों में पूरा किया जाएगा।
जगदलपुर से धमतरी के बीच कुल 225 किमी के दायरे में फोरलेन सड़क बनेगी। इसके बाद धमतरी से रायपुर के बीच सड़क का काम पहले से चल रहा है जो इस साल पूरा हो जाएगा। दोनों फेस का काम पूरा हो जाने के बाद चार घंटे में लोग सड़क मार्ग से जगदलपुर से रायपुर पहुंच जाएंगे। रायपुर-जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए बढ़ईगुड़ा टोल प्लाजा में कराए गए एटीसीसी बेस्ड ट्रैफिक सर्वे में 9133 पीसीयू रोजाना पाया गया, 2022 में यातायात बढ़ा है ट्रैफिक 10548 माना गया।
जगदलपुर एयरपोर्ट से नियमित हवाई सेवा की शुरुआत 2020 में हुई थी। तब से अब तक लगातार हवाई सेवा को बेहतर रिस्पांस मिला है। इसी का परिणाम है कि साल 2023 बस्तर में हवाई सेवाओं के विस्तार के लिहाज से भी खास होने जा रहा है। इस साल जगदलपुर से दिल्ली या फिर किसी बड़े शहर की कनेक्टिविटी मिल सकती है। इसके अलावा नए एयरपोर्ट या कहें नई टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण भी इसी साल से शुरू होना है।
नई टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण एयरपोर्ट की सबसे बड़ी जरूरत है। इसका काम पूरा होने से एयरपोर्ट में सुविधाएं बढ़ेंगी और नई विमान कंपनियां यहां से अपनी सेवाएं देने के लिए आगे आएंगीं। बस्तर में हवाई सेवाओं के विस्तार की दृष्टि से यह साल बेहद खास होने वाला है। बस्तर की राजनीतिक पार्टियां भी संसद और उसके बाहर इसके लिए संघर्ष करती देखी जा रही हैं। केंद्रीय विमानन मंत्रालय ने भी भरोसा दिलाया है कि 2023 बस्तर के लिए हवाई सेवाओं के विस्तार वाला साल रहने वाला है।
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बीजापुर से आसान हो रही राह
बस्तर को देशभर के अलग-अलग और प्रमुख राज्यों से लगातार कनेक्टिविटी मिल रही है। नारायणपुर-सोनपुर-मरोड़ा सड़क का काम भी इसी उद्देश्य से जारी है। इस रोड का काम पूरा होने के बाद नारायणपुर के लोग भी महाराष्ट्र से जुड़ जाएंगे। नारायणपुर के सोनपुर से महाराष्ट्र के गढ़चिरौली की दूरी महज 150 किमी रह जाएगी और यहां से नागपुर की दूरी 172 किमी है। इस तरह देखें तो नारायणपुर से नागपुर पहुंचने में कुल 322 किमी का सफर करना होगा।
सड़क का काम 2014 में शुरू हुआ था और माना जा रहा है कि 2023 के अंत तक सड़क के काम का एक बड़ा हिस्सा पूरा हो जाएगा और गढ़चिरैाली तक नारायणपुर के लोग पहुंच पाएंगे। 24 दिसंबर 2014 को इस सड़क का काम शुरू हुआ था। यह सड़क 49.6923 करोड़ की लागत से तैयार हो रही है। सोनपुर तक निर्माण हो चुका है। निर्माण के लिए जिला पुलिस बल के अलावा आइटीबीपी और सीएएफ की चार कंपनी के लगभग 500 जवानों को तैनात किया गया है। निर्माण के दौरान एक जवान शहीद हो चुका है।
अंदर की सड़क को महाराष्ट्र-तेलंगाना की कनेक्टिविटी
जिले में बेदरे से नूगुर कोड़े मार्ग पर 8 किमी का काम बाकी है। यह सड़क सीधे जिले को महाराष्ट्र जोड़ेगी। इसके बनने से गढ़चिरौली और नागपुर तक पहुंचना आसान हो जाएगा। इसके अलावा तारलागुड़ा वेंकटापुरम हैदराबाद मार्ग का काम भी पूरा होने को है। इसकी लागत 2 करोड़ .30 लाख रुपए है। 85 फीसदी काम पूरा हो चुका है। अगस्त 2023 तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसका काम होने से भी तेलंगाना की सीधी कनेक्टिविटी मिल जाएगी। इसके अलावा जिले में सड़कों और पुल-पुलियों का जाल-बिछाने का काम चल रहा है।