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देश मे उखड़ रहे पैर तो विदेशों मे जमाने लगे जड़े

जगदलपुर. भारत मे लगातार कमजोर हो रहे नक्सलियो ने अब विदेशों मे अपनी जड़ें जमाने की क़वायद तेज कर दी है खबर है कि नेपाल, ग्रीस, फिलिपीन्स, अफगानिस्तान और तुर्की सहित आधा दर्जन देशो मे नक्सलियो ने अपना संगठन भी तैयार कर लिया है । कुछ देशों मे समान विचारधारा के संगठनों के साथ तालमेल कर वहां अपनी मौजूदगी साबित करने की जुगत मे हैं नक्सली। इस बीच नक्सलियों ने शहीदी सप्ताह के लिए बुकलेट जारी यह पहली बार यह खुलासा किया है वर्ष 2022-23 मे उनके नौ कैडर विदेशों मे मारे गए हैं तथा देश मे 97 लड़ाके मारे गए हैँ।

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नक्सली हुए ग्लोबल,आधा दर्जन देशो मे संगठन संचालित करने का किया दावा

- देश मे उखड़ रहे पैर तो विदेशों मे जमाने लगे जड़े
- नक्सली हुए ग्लोबल,आधा दर्जन देशो मे संगठन संचालित करने का किया दावा
- ग्रीस फिलीपीन्स अफगानिस्तान तुर्की और कुर्दीस्तान मे साल भर मे मारे गए 9 नक्सली
- देश मे मारे गए 97 नक्सली, सर्वाधिक संख्या दंडकारण्य के नकालियो की
- सूरजकुण्ड पुलिस कंन्फ्रेंस मे लिए गए निर्णय की आलोचना की
- नक्सली संगठन कोअर्डिनेशन कमेटी ऑफ़ माओइस्ट पार्टीस एंड आर्गेनाइजेशन ऑफ़ साउथ एशिया का कर रहे विस्तार


पहली बार विदेशों मे मृत नक्सलियो को देंगे सलामी ...
नक्सली हर साल 28 जुलाई से 3 अगस्त तक अपने कोर इलाके मे शहीदी सप्ताह मनाते हैँ । इस वर्ष भी उन्होंने अपने संगठन के कैडर के लिए एक बुकलेट जारी किया हैँ । इसमें देश और विदेश मे मारे गए नक्सलियो के बारे मे जानकारी दी गई है। इनके मुताबिक विदेश मे सर्वाधिक 5 नक्सली फिलिपीन्स में, ग्रीस मे एक, अफगानिस्तान मे एक, तुर्की मे एक तथा कुर्दीस्तान मे एक सहित 9 नक्सलियो के नाम जारी कर इनके मारे जाने कि बात कही है। इन्हे पहली बार भारत के नक्सल इलाकों मे देश के नक्सली एवं उनके समर्थक श्रद्धांजली देंगे। ग्रीस मे नक्सलियो का सबसे बड़ा नेता उनका जनरल सेक्रेटरी मारा गया हैँ।

सी-कम्पोसा को विस्तार देने की तैयारी...

नक्सलियों ने दक्षिण एशिया के देशो मे समान विचारधारा के संगठन के साथ समन्यव बनाने के लिए गठित सी कम्पोसा ( कोअर्डिनेशन कमेटी ऑफ़ माओइस्ट पार्टीस एंड आर्गेनाइजेशन ऑफ़ साउथ एशिया) को नक्सली अब यूरोप और अमेरिकी देशो मे विस्तार देना चाहते हैँ । इसके लिए नक्सली नेताओं ने प्रयास तेज कर दिए हैँ । महत्वपूर्ण तथ्य यह हैँ कि विभिन्न देशो मे नक्सली जिन नामों के संगठनों के साथ काम कर रहे हैँ वह संगठन उन देशो मे भी प्रतिबंधित हैँ ।

मृतकों मे पुरुष नक्सलियो कि संख्या अधिक

साल भर मे देश मे मृत नक्सलियो की जो लिस्ट जारी की हैँ उसके मुताबिक 97 नक्सली मारे गए हैँ। जिसमे महिलाओं की संख्या 28 , पुरुषों की 69 हैँ। इनमें दंडकारण्य इलाके के 58, तेलंगाना, बिहार-झारखण्ड तथा ओड़िशा मे 9-9 नक्सली मारे गए हैँ । इसके अलावा एओबी मे 3, तथा एमएमसी के 5 नक्सली मृतकों की सूची मे शामिल हैँ । मृत नक्सलियो मे एक सेन्ट्रल कमेटी सदस्य कटकम सुदर्शन भी शामिल है।

नक्सलियों ने संगठन के लिए जारी की नई गाइडलाइन

पहली बार नक्सलियो ने सीसी, रीजनल कमांड,जोनल और डिवीजनल कमेटी के सदस्यों के लिए गाइड लाइन जारी की है। जिसके मुताबिक फ़ोर्स को जबरन उद्वेलित न करने की हिदायत दी गई है। साथ ही नक्सलियो ने अपने कैंप की जानकारी ज्यादा आउट न करने की बात कही है। सदस्यों को फ़ोर्स के कोवर्ट ऑपरेशन के प्रति भी सतर्क रहने कहा गया है। हाल ही मे पुलिस के सूरजकुंड पुलिस कांग्रेस मे नक्सलियो को निशाना बनाने की रणनीति का विरोध करते हुए इसे केंद्र सरकार के जन आंदोलनों को कुचलने की साजिश बताते हुए इसकी आलोचना की है।

वर्सन
नक्सलियो के पैर तेजी से उखड़ रहे हैँ इसलिए नक्सली शिफ्टिंग की तैयारी मे हैँ अब तक नेपाल और फिलीपीन्स मे इनके संगठन सक्रिय होने की जानकारी मिल रही थी। लेकिन इस दस्तावेज मे नक्सलियो के दावे का परीक्षण किया जा रहा हैँ । हमारा मानना हैँ कि नक्सली कही सफल नहीं होंगे।
सुंदरराज पी
आई जी बस्तर