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ईको टूरिज्म का हब बन सकती है फूलों वाली घाटी ‘ केशकाल ‘… अब तक 40 हजार लोगों ने किया भ्रमण

CG Bastar Travelling News : प्रकृति को गोद मे बसे बस्तर संभाग में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।

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ईको टूरिज्म का हब बन सकती है फूलों वाली घाटी ' केशकाल '... अब तक 40 हजार लोगों ने किया भ्रमण

ईको टूरिज्म का हब बन सकती है फूलों वाली घाटी ' केशकाल '... अब तक 40 हजार लोगों ने किया भ्रमण

CG Bastar Travelling News : प्रकृति को गोद मे बसे बस्तर संभाग में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। बस्तर के प्रवेश द्वार केशकाल घाटी में ऐसे अनेक पर्यटन स्थल छिपे हैं जो सैलानियों को आकर्षित कर सकते हैं। इन्हें देश दुनिया के सामने लाने सोशल मीडिया पर सक्रिय रिजवान ने अपने विचार साझा किए।

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अपने काम का प्रचार- प्रसार आपने कैसे किया ?

CG Bastar Travelling News : मैंने अपने काम के बारे में तत्कालीन कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा व डीएफओ धम्मशील गणवीर से चर्चा की। (cg travelling news) प्रशासन और वन विभाग भी केशकाल व आसपास के क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की रूपरेखा तैयार कर रहा था। इसके बाद एक वेबसाइट बनाई। (cg tourism news) इसके क्रियान्वयन व पर्यटन समूहों से बातचीत जारी रखी। मैँने सोशल मीडिया में अपनी वेबसाइट का जमकर प्रचार प्रसार भी किया। इसका फायदा अब मिल रहा है।

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इको टूरिज्म का प्रचार किस तरह से हो रहा है ?

CG Bastar Travelling News : वर्तमान में मैं पूरी तरह से इको टूरिज्म का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कर रहा हूं। ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से इस स्थल को प्रदूषण मुक्त रखने प्रयास जारी है। (cg travel news) हमारे वेबसाइट से यह सारी जानकारी प्राप्त कर प्रतिमाह दर्जनों सैलानियों का समूह केशकाल घूमने पहुंचतेे हैं। (cg tourism news) अब तक 40 हजार लोग यहां पहुंच चुके हैं। आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी।