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बस्तर में बड़े उल्टी दस्त के मरीज, मेकाज में १० से अधिक मासूम भर्ती, एक गंभीर

- अधीक्षक बोले मौसमी बीमारी की वजह से बढ़ रहे उल्टी दस्त के मामले।- जिलेभर से पहुंच रहे मरीज।

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बस्तर में बड़े उल्टी दस्त के मरीज, मेकाज में १० से अधिक मासूम भर्ती, एक गंभीर

बस्तर में बड़े उल्टी दस्त के मरीज, मेकाज में १० से अधिक मासूम भर्ती, एक गंभीर

जगदलपुर. बस्तर में लगातार बदल रहे मौसम के चलते मौसमी बीमारियों का खतरा भी तेजी से बढऩे लगा है। इसमें सबसे अधिक मासूमों को अपनी चपेट में लिया है। यही कारण है कि बस्तर संभाग के सबसे बड़े मेडिकल कालेज सह अस्पताल डिमरापाल में निमोनिया से पीडि़त 10 से अधिक बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं। जिनका इलाज यहां चल रहा है। इनमें एक बच्चे की स्थिति गंभीर बताई जा रही है जिसे वेंटिलेटर पर रखा गया है।

अस्पताल के अधीक्षक अनुरूप साहू ने बताया जानकारी देते हुए बताया कि बस्तर में इन दिनों लागातार मौसम में बदलाव हो रहा है। लगातार बारिश, धूप और उमस के बढऩे से इस तरह की स्थिति उत्पन्न हो रही है कि बच्चे, जवान और बुजुर्ग सर्दी खांसी व बुखार से पीडि़त हो रहे हैं। उनके संपर्क में आने से बच्चों में तेजी से निमोनिया बढ़ रहा है। यही कारण है कि अस्पताल के शिशु वार्ड में 10 से अधिक निमोनिया से पीडि़त बच्चे भर्ती हैं। जिनका उपचार किया जा रहा है। साथ ही बताया कि अस्पताल में ईलाज की पूरी व्यवस्था है। इससे पहले भी निमोनिया से पीडि़़त बच्चे अस्पताल में पहुंचे हुए थे जिनका उपचार किया गया और वे डिस्चार्ज लेकर अपने घर चले गए।

ऐसे करें बचाव
निमोनिया से बचाव के लिए जानकारी देते हुए डॉ अनुरूप साहू ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति सर्दी खांसी या अन्य बीमारी से संक्रमित तो बच्चों को खास कर उनके नजदीक नहीं ले जाना चाहिए। क्यों कि बच्चे संवेदनशील होते हैं इसलिए उनके करीब बच्चे आते हैं तो वह संक्रमित हो जाते हैं और उन्हें निमोनिया की बीमारी हो जाती है। हालांकि अच्छी बात यह है कि अभी बस्तर जिले में निमोनिया से किसी प्रकार की कोई मृत्यु नहीं हुई है।