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न बैठने की जगह, न पीने लायक पानी करोड़ों का बस स्टैंड हुआ बदहाल

Jagdalpur News: बस्तर के सबसे बड़े और एकमात्र अंतरराज्यीय बस स्टैंड में यात्रियों को आने जाने वाले प्रवेश द्वार में बड़े-बड़े गड्ढों का साम्राज्य है। इन गड्ढो में बारिश के दौरान कई निजी वाहन धारी गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं।

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न बैठने की जगह, न पीने लायक पानी करोड़ों का बस स्टैंड हुआ बदहाल

Chhattisgarh news: जगदलपुर मुख्यालय में स्थित कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराज्यीय बस स्टैंड में यात्रियों के लिये जरूरी सुविधाओ की कमी के चलते यहां से होकर गुजरने वाले यात्रियों के लिये पेरशानी बन गया है। करोड़ो रूपये से निर्मित इस बस स्टैंड में न बैठने की जगह है न पीने लायक स्वच्छ पानी है। आलम यह है कि यहां यात्रियों को मवेशियों के साथ बैठना पडता है और सफाई के आभाव में यहां वहां गदगी पसरा रहता है। जिसके चलते भी यात्री बसों का इंतजार के दौरान बदबू का सामना करते हैं।

इतना ही नहीं लगातार अनदेखी व रखरखाव के अभाव में बस स्टैंड के छत में जगह-जगह से पानी रिस रहा है। शौचालयों में गंदगी और कंडम हालत यात्रियों की परेशानी का सबब है। वहीं पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं होने से यात्रियों को पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है। बस स्टैण्ड में बसें भी बिना किसी नियमों के बेतरतीबी से खड़ी रहती है जिससे कई बार यात्रियों को गंतव्य के लिये बसों को पकड़ने में परेशानी होती है।

लोकार्पण के बाद उपेक्षा का शिकार

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा करोडों रुपये की लागत से बना अंतरराज्यीय अपने लोकार्पण के बाद से ही उपेक्षित है। शहर के बीच स्थित इस बस स्टैंड से रोजाना रायपुर सहित हैदराबाद से लेकर विशाखापत्तनम, जयपुर, भवानीपटनम, सुकमा, कोंटा, के अलावा यूपी एमपी इत्यादि के लिए रोजाना 150 से 200 यात्री बसें चलती हैं । कहने को तो यह अंतरराज्यीय बस स्टैंड है, लेकिन समुचित रखरखाव के अभाव में बस स्टैंड की स्थिति दयनीय नजर आ रही है। यह बस स्टैंड प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार हो गया है।

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प्रवेश मार्ग में गड्ढे, स्थल बोर्ड का अभाव

बस्तर के सबसे बड़े और एकमात्र अंतरराज्यीय बस स्टैंड में यात्रियों को आने जाने वाले प्रवेश द्वार में बड़े-बड़े गड्ढों का साम्राज्य है। इन गड्ढो में बारिश के दौरान कई निजी वाहन धारी गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं। इस बस स्टैंड के द्वारा पर स्थान ***** बोर्ड का आभाव है जिनके चलते कई यात्री बस तक नहीं पहुँच पाते और भटकते रहते हैं।

बुनियादी सुविधाओं का अभाव

बस स्टैंड में समुचित साफ-सफाई के अलावा पीने का पानी, बैठने की व्यवस्था सहित कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। परिसर में गंदगी का आलम यात्रियों के लिए परेशानी का सबब है। शौचालयों में गंदगी का आलम है। बस स्टैंड परिसर में पेयजल व्यवस्था नहीं है। यहां वाटर एटीएम का अभाव है। बैठक स्थान में मवेशियों के आतंक छाया रहता है।

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बस डिपो में तब्दील बस स्टैंड

इस बस स्टैंड में रोजाना सैकड़ों की संख्या में बसें दिन रात चलती है। जिनमे कई ट्रेवल्स की बसें यहां खाली स्थान पर दिन-दिन भर काबिज रहती है। इन बसों के खड़े रहने से कई बार यात्रियों को चढ़ाने और उतारने के लिये बसों को सड़क पर खड़ी करनी पड़ती है। बस संचालक इस स्टैंड को डिपो की तरह इस्तेमाल करते हैं।

यह है बस स्टैंड की समस्याएं

बस स्टैंड में पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था नहीं, यात्री प्लेटफार्म में बैठने की उचित व्यवस्था नहीं, यात्रियों के स्थान पर मवेशियों के होता है डेरा, बारिश के दौरान यात्रियों के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने से बाहर ठहरने मजबूर, 5 पीने के पानी की व्यवस्था बाहर होने से भटकते हैं यात्री, बसों के आने जाने की, जानकारी संबंधी बोर्ड का आभाव, गंतव्य स्थान जाने किराया संबंधी बोर्ड का आभाव।

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