
FILE PHOTO
Prices of vegetables reduced: महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी के लिए सब्जियों के दाम ने बड़ी राहत दी है। मौसम में ठंडक बढ़ने से भले ही जनजीवन प्रभावित है लेकिन इसने सभी सब्जियों के दामों में गिरावट ला दी है। दिसंबर महीने में बीते नवंबर के मुकाबले 30 से 40 फीसदी तक भाव में गिरावट आई है। लोकल आवक से थोक मंडियों में दाम कम होने और फुटकर में इसका असर होने से लोग सर्दियों में हरी सब्जियों का भरपूर मात्रा में सेवन कर रहे हैं।
सब्जियों की थोक व फुटकर कीमत एक नजर
सब्जी थोक कीमत फुटकर कीमत
गोथी 5-6 रुपये प्रति किलो 15-20 प्रति किलो
गाजर 20 रुपये प्रति किलो 40 रुपये प्रति किलो
सेमी 15-20 रुपये प्रति किलो 30-40 रुपये प्रति किलो
पत्ता गोभी 5-6 रुपये प्रति किलो 20-30रुपये प्रति किलो
बैगन 2-3 रुपये प्रति किलो 10 -15 रुपये प्रति किलो
हरी मिर्च 25-30 रुपये प्रति किलो 40 रुपये प्रति किलो
टमाटर 6-7 रुपये प्रति किलो 10 रुपये प्रति किलो
हरा धनिया 30- 40रुपये प्रति किलो 50 रुपये प्रति किलो
करेला 10-15 रुपये प्रति किलो 20-25रुपये प्रति किलो
लौकी 4-5 रुपये प्रति नग 10 रुपये
शिमला मिर्च 10- 15 रुपये प्रति किलो 30 रुपये प्रति किलो
महीने भर पहले आम आदमी की पहुंच से दूर थी सब्जी
इससे पहले माह पर पूर्व हरी सब्जियां महंगाई की वजह से आम उभोक्ताओं की पहुंच से दूर होती जा रही थीं। मौसम में गड़बड़ी के बाद अब ठंड में बढ़ोत्तरी हुई है। इसके असर से सब्जियों के उत्पादन व मंडियों और बाजारों में लोकल आवक बढ़ने से सभी तरह की सब्जियों के दाम कम हो गए हैं।
फिलहाल दाम बढ़ने के आसार नहीं
संजय बाजार के सब्जी व्यवसायी दिलीप कुंडू ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लोकल आवक के चलते सब्जी के दामों के कमी आई है। सब्जियों के दामों में कुछ दिनों तक यही हाल रहने की सम्भवना है। अनिल माधवानी के मुताबिक कि अगले 15-20 दिन तक सब्जियों के दाम बढ़ने वाले नहीं हैं। यही वजह है कि लोगों को हरी सब्जियां भरपूर मात्रा में खरीद रहे हैं।
रसोई में बढ़ा सेहत से भरपूर सब्जियों का स्वाद
सब्जियों के दामोके भारी गिरावट का फायदा इन दिनों आम जनता की थाली में दिखाई दे रहा है। हरी सब्जियों के आलावा सर्दियों के सीजन में मिलने वाले गाजर, मटर, शिमला मिर्च इत्यादि का भरपूर स्वाद ले रहे हैं। महीने भर पूर्व जिस सब्जियों के दामो को सुनकर आम आदमी पीछे हट जाते थे वही आज इन्हें आगे बढ़कर हाथों हाथ ले रहे हैं इसके पीछे बाजार में लोकल सब्जियों का आवक बताया जा रहा है।
Published on:
07 Dec 2022 12:38 pm
बड़ी खबरें
View Allजगदलपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
CG Ration Card: KYC के बाद भी राशनबंदी, बस्तर में हजारों APL कार्डधारकों को नहीं मिला दिसंबर का राशन

