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ऐसे भारतीय जिनकी सफलता और संघर्ष की कहानी आपको हैरान कर देगी

आइये आज हम आपको भारत के ऐसे रियल लाइफ हीरोज की कहानियों से रूबरू कराते हैं जो स्कूल में तो असफल रहे लेकिन अपने कार्यक्षेत्र में अविश्वसनीय रूप से सफलता अर्जित की।

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ऐसे भारतीय जिनकी सफलता और संघर्ष की कहानी आपको हैरान कर देगी

बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट आ चुके हैं बहुत से छात्रों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया कुछ ने औसत तो कुछ असफल भी हुए होंगे। लेकिन असफलता को बाधा तो माना जा सकता है लेकिन ये अंत नहीं है जैसे बाकी रुकावटों से निजात पा जाते हैं वैसे ही इस समस्या से निजात मिल ही जाएगा।परीक्षा परिणाम आपकी सफलता में कभी भी बाधा नहीं पंहुचा सकते है बस आपको अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाना है।

आपने असफल लोगों की बहुत सी कहानियां पढ़ी होंगी लेकिन ये वो लोग है जिन्होंने असफलता के बाद भी इतिहास रच दिया लेकिन इनकी कहानियां लोगों को कम ही देखने सुनने को मिली। आइये आज हम आपको भारत के ऐसे रियल लाइफ हीरोज की कहानियों से रूबरू कराते हैं जो स्कूल में तो असफल रहे लेकिन अपने कार्यक्षेत्र में अविश्वसनीय रूप से सफलता अर्जित की।

पीसी मुस्तफा

पीसी मुस्तफा केरल के एक अनपढ़ परिवार में पले-बढे। संसाधनों की कई के कारण वह 6 वीं कक्षा में ही असफल हो गए।उसके बाद गरीबी के कारण उन्हें खेत में मजदूर के रूप में काम करना पड़ा। इसी दौरान उन्होंने खुद को पढ़ाई के लिए एक और मौका देने का फैसला किया।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी(NIT), कालीकट से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने IIM बैंगलोर से एमबीए किया और किराने की दूकान चलाने वाले अपने चहेरे भाई के साथ मिलकर फ़ूड पैकेजिंग की कंपनी शुरू की। आज 62 करोड़ की आईडी स्पेशल फूकड्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के मालिक हैं।

वीर दास

वह नेटफ्लिक्स(Netflix) के साथ ही सभी माध्यमों पर कॉमेडी शो करते हैं और भारत के सबसे सफल कॉमेडियन में से एक हैं, लेकिन वीर दास पढ़ाई में बहुत कमजोर थे और उन्हें बोर्ड एग्जाम में बहुत खराब नम्बर मिले थे । उन्होंने फेसबुक (Facebook)पर अपनी मार्कशीट साझा करते हुए लिखा था की परीक्षा परिणाम अच्छे है या नहीं ये आपको विशेष और सफल बनने से नहीं रोक सकता।लोग आखिर में आपकी सफलता को देख कर आपको याद करते है और बहुत से अफसोस भी करते हैं की काश वो भी ऐसा क्र पाते।

संदीप माहेश्वरी

संदीप माहेश्वरी को भारत के सबसे सफल उद्यमियों में से एक के रूप में जाना जाता है। लेकिन इससे पहले वह एक कॉलेज ड्रॉपआउट थे और उन्होंने शिक्षा से इतर अपनी सफलता ढूंढने की कोशिश की और एक फ्रीलांस फोटोग्राफर (Freelance Photographer) से अपने कैरियर की शुरुआत करने के बाद आज वह सफल उद्यमी होने के साथ ही मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं।

बिस्वा कल्याण रथ

यूट्यूब पर भारत के सबसे अधिक वायरल होने वाले वीडियो और देश में सबसे ज्यादा डिमांडिंग कॉमेडियन(Comedian) में से एक बिस्वा कल्याण रथ ने IIT से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की लेकिन नौकरी के लिए उन्हें दर दर की ठोकरें खानी पड़ी क्योंकि वो पढ़ाई में अच्छे नहीं थे और उन्हें मार्क भी अच्छे नहीं मिले थे।

काफी प्रयास के बाद उन्हें नौकरी तो मिली लेकिन तीन महीने में ही उन्हें वहां से निकाल दिया गया। उन्होंने अपने उन दिनों को याद करते हुए सोशल मीडिया(social media) पर लिखा है की मै उस दौरान इसकदर निराश हो गया था की मेरा वजन 8 किलो कम हो गया था लेकिन आज वो भारत के सबसे सफल कॉमेडियन है।

कैलाश काटकर

महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव में पले-बढ़े कैलाश कटकर बेहद साधारण पारिवारिक पृष्ठभूमि से है और पारिवारिक परिस्थितियों के कारण 10 वीं कक्षा के बाद उन्हें पढ़ाई छोड़नी पड़ी। बिना किसी औपचारिक शिक्षा के अच्छी नौकरी मिलना लगभग असम्भव था लेकिन उनके पास इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के बारे में अच्छा ज्ञान था इसलिए उन्हें एक छोटे रेडियो और कैलकुलेटर की मरम्मत की दुकान पर काम मिल गया।

लेकिन सिर्फ मरम्मत का काम करने के बजाय उन्होंने इस व्यवसाय से जुडी हर छोटी बड़ी बात सिखने का फैसला किया और बिना किसी डिग्री के ही विशेषज्ञ तकनीशियन बन गए।बाद में अपने ज्ञान को और विस्तृत करने के लिए उन्होंने कंप्यूटर कोर्स शुरू किया।साधारण ही शुरुआत करने वाला यह व्यक्ति आज 200 करोड़ की कंपनी क्विक हील(quick heal) टेक्नॉलिजी के मालिक है जो एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर बनाने का काम करती है।

प्रेम गणपति

प्रेम गणपति ने डोसा प्लाजा नामक रेस्तरां (restaurant) की बेहद लोकप्रिय श्रृंखला की स्थापना की है। लेकिन उन्होंने अपनी शुरुआत बहुत ही छोटे स्तर से की थी। तमिलनाडु के एक गरीब परिवार में जन्में सात बच्चों में से वह एक थे।

केवल अपनी 10 वीं कक्षा की पढाई पूरी करने के बाद उन्होंने सफल होने के लिए पढ़ाई छोड़ दी और मुंबई चले गए जहाँ एक तमिल परिवार की मदद से उन्हें एकक बेकरी में काम मिल गया। दो साल काम करने के बाद वह छोटे मोटे व्यवसाय में हाथ आजमाने लगे। आज न्यूजीलैंड, ओमान और यहां तक कि संयुक्त अरब अमीरात सहित दुनिया भर में उनके डोसा प्लाज़ा हैं।

कल्पना सरोज

महाराष्ट्र के रोपरखेड़ा गांव में जन्मी कल्पना सरोज का जीवन असाधारण सफलता की कहानियों में से एक है। 12 साल की उम्र मवन उनके मां-बाप ने उनकी शादी कर दी। वहां उसके पति और उसके ससुराल वालों ने उनका शारीरिक शोषण किया। वह इसकदर टूट चुकी थी की उन्होंने आत्महत्या करने का मन बना लिया था लेकिन 16 साल की उम्र में उनके चाचा ने उन्हें गोद ले लिया।

अनुसूचित जाति समुदाय के लिए सरकार द्वारा मिलने वाले लोन की मदद से उन्होंने अपना खुद का टेलरिंग (tailoring) व्यवसाय शुरू किया।जब वह सफल हो गया, तो इसे और आगे बढ़ाने के लिए एक फर्नीचर व्यवसाय भी शुरू किया।घाटे में चल रही कमानी ट्यूब्स कंपनी खरीद कर उन्होंने उसे अच्छे मुनाफे वाले व्यवसाय में बदल दिया। आज वह करोड़पति है।