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आखिर क्या है अनुप जलोटा की बस्तर से नाराजगी की वजह, क्यों रात में ही लौट गए वापस

ठहरने की व्यवस्था से नाराज अनूप जलोटा ने देर रात छोड़ा शहर, स्वयं व क्रू मेंबर के लिए एक साथ सात रूम की थी मांग, उपलब्ध कराए मात्र दो!

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अनुप जलोटा की बस्तर से नाराजगी की वजह

अनुप जलोटा की बस्तर से नाराजगी की वजह

जगदलपुर . बस्तर लोकोत्सव में शुक्रवार को भजनों व गजलों से श्रोताओं को भाव विभोर कर भजन गायक पद्मश्री अनूप जलोटा ठहरने की व्यवस्था से नाराज होकर देर रात बस्तर छोड़ दिया।

दरअसल बस्तर लोकोत्सव में अपनी प्रस्तुति देने अनूप जलोटा बस्तर पहुंचे थे, और उन्होंने अपने प्रोटोकॉल के तहत अपने व क्रू मेंबर के तहत एक साथ सात रूम देने की मांग की थी। जिला प्रशासन ने उन्हें यह सात रूम उपलब्ध तो करवाए लेकिन अलग-अलग होटलों में। इससे नाराज जलोटा ने शुक्रवार को अपनी प्रस्तुति दी और व्यवस्था से नाराज होकर लौट गए।

एक साथ सात रूम मिलना संभव नहीं था
जानकारी के अनुसार भजन गायक अनूप जलोटा संभाग मुख्यालय आने के कुछ दिन पहले अपने पीए के जरिए प्रशासन को फैक्स के माध्यम से अपने और अपने क्रू मेंबर के ठहरने के लिए एक साथ सात कमरों की मांग की थी। बताया जाता है कि अनूप जलोटा के प्रोटोकॉल में ही उनके व उनके क्रू मेंबर के लिए सात रूम बुक होते हैं। इस पर प्रशासन ने हामी भी भर दी थी, लेकिन जब वे शुक्रवार को जगदलपुर पहुंचे तो यहां उन्होंने पाया कि यहां उनके लिए केवल दो ही रूम उपलब्ध कराए गए थे। इस पर उन्होंने अधिकारियों से बात की। लेकिन एक साथ सात रूम मिलना संभव नहीं था। मालूम हो कि इन दिनों दशहरा व लोकोत्सव के चलते देश विदेश से बड़ी संख्या में लोग आए है, जिससे हॉटल व रेस्ट हाउस बुक है।

देर से आए, रात को ही चले गए
बस्तर लोकोत्सव में वैसे तो अनूप जलोटा की प्रस्तुति शुक्रवार की शाम 6 बजे से शुरू होनी थी, लेकिन जलोटा देर से यहां पहुंचे। करीब रात साढ़े आठ बजे उनका कार्यक्रम शुरू हुआ, जो रात तक चलता रहा। इसके बाद व्यवस्था से नाराज अनूप जलोटा रात को ही यहां से रवाना हो गए।

रात 10 बजे तक ढ़ूंढते रहे रूम
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नाराज अनूप जलोटा को मनाने की जिम्मेदारी आबकारी अधिकारियों को दी गई थी, वे देर रात तक एक साथ सात रूम ढूंढने की जुगाड़ में लगे रहे लेकिन रूम नहीं मिल सका। इधर अनूप जलोटा नाराज होकर वापस रवाना हो गए।

नोक-झोंक नहीं हुई
बस्तर कलक्टर धनंजय देवांगन ने बताया कि मेरी अनूप जलोटा से कोई बात नहीं हुई है। हां कुछ दिन पहले उनके पीए का फैक्स आया था, जिसमें उनके क्रू के साथ उन्हें रूकने के लिए सात रूम देने की बात कही गई थी। लेकिन एक ही जगह में इतने रूम उपलब्ध कराना पॉसिबल नहीं था, इसलिए उनके लिए अलग अलग जगहों में सात रूम उपलब्ध कराई गई थी। मेरे साथ जलोटा जी की नोक-झोंक की खबर गलत है। हमारे संसाधन सीमित है, फिर भी हमने बेस्ट फेसिलिटी उपलब्ध कराई थी।

उल्टे उनको ही गलत ठहरा रहा है प्रशासन
विधि प्रकोष्ठ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष संकल्प दुबे प्रशासन का यह रवैया शर्मनाक है। देश के इतने बड़े और नामी कलाकार के लिए पहले तो प्रशासन रूम मुहैया नहीं करा पा रहा है और उल्टे उनको ही गलत ठहरा रहा है। सरकार की लचरता इससे साफ नजर आती है। जिला प्रशासन और आयोजकों को इस प्रकार की परिस्थितियों से बेहतर तरीके से निपट सकती थी। इस घटना से बस्तर की छवि देश व विदेश में भी खराब होगी।

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