इसके तहत 50 फीसदी की सब्सिडी के साथ 150 बसों को प्रदेश के लिए दिया जा रहा है। रोडवेज और जेसीटीएसएल की ओर से इस स्कीम में शामिल होने के लिए आवदेन किया गया था और 300 बसों की मांग की गई थी। फिलहाल शहर के लिए 150 बसों को सेंक्शन किया गया है। इसमें 100 बसों को जेसीटीएसएल के लिए दी गई है, शेष 50 इलेक्ट्रिक बसें रोडवेज में शामिल होंगी।
अब रोडवेज और जेसीटीएसएल बसों के खरीद के लिए टेंडर जारी करेंगे। आने वाले पांच से छह महीने में बसों जयपुर में दौड़ती नजर आएंगी। शहर में पहली बार सिटी और रोडवेज में इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जा रहा है। रोडवेज बसों की दिल्ली तक चलाएगा।
जयपुर को ये दो बड़े फायदे
जानलेवा खराब लो-फ्लोर से राहत
फिलहाल जेसीटीएसएल की खराब बसों का संचालन किया जा रहा है। सिटी में बसें की कमी चल रही है। इलेक्ट्रिक बसों के आने से जेसीटीएसएल में बसों की बढ़ोतरी होगी। लोगों को सुरक्षित सफर मिलेगा।
प्रदूषण मुक्त होगी गुलाबी नगरी
एनजीटी ने जयपुर को प्रदेश के पांच सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में शामिल किया गया है। शहर में लो-फ्लोर बसों से भी प्रदूषण हो रहा है। इलेक्ट्रिक बसों के आने से गुलाबी नगरी में प्रदूषण कम होगा।
इधर..रोडवेज ने लिया इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल
जयपुर से दिल्ली रूट पर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को देखते हुए शुक्रवार को रोडवेज ने शहर में एक इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल लिया गया। बस को रोडवेज मुख्यालय से बगरू तक चलाकर देखा गया। इसमें परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, रोडवेज एमडी शुचि शर्मा, अतिरिक्त निदेशक संचालन यूडी खान सहित अन्य अधिकारी थे।
समस्या: कैसे होगा संचालन
जेसीटीएसएल
बसें चार्ज होने के बाद 200 किमी तक चल सकती है। इसके लिए जेसीटीएसएल बगराना डिपो में बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनाया जाएगा। ये बसें शहर में जल्दी ही किसी बड़े रूट पर चलेगी।
रोडवेज
ये बसें जयपुर-दिल्ली चलाने की तैयारी होगी। जयपुर से दिल्ली की दूरी लगभग 275 किमी है। जयपुर से दिल्ली के बीच चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी कर रहा है। किराए में ज्यादा अंतर नहीं होगा।
जयपुर शहर और रोडवेज के लिए हमें 150 इलेक्ट्रिक बसें मिल गई है। केन्द्र की ओर से इसकी मंजूरी आ गई है। एक बस का ट्रायल लिया है। जल्दी ही इसे चलाने की तैयारी की जाएगी।
शुचि शर्मा, एमडी रोडवेज और जेसीटीएसएल