
जयपुर।
12वीं क्लास की एक बालिका न सिर्फ जयपुर ज़िले के कलक्टर की कुर्सी पर जा बैठी बल्कि वहां से उसने पूरे ज़िले भर के लिए एक आदेश तक जारी कर डाला। यही नहीं 10 वीं और 12 वीं की दो और स्कूली बालिकाएं एसडीएम की कुर्सियों पर जा बैठीं। ये बात सुनकर भले ही किसी को यकीन नहीं हो, लेकिन ये हकीकत है।
दरअसल, इन बालिकाओं को जयपुर ज़िले का प्रशासनिक अधिकारी बनाना अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का एक हिस्सा था। इस ख़ास दिन को यादगार बनाने के लिए जयपुर की इन बेटियों को एक दिन के लिए इन प्रशासनिक अधिकारी बनाया गया। अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर जयपुर जिला प्रशासन की ओर से गुरुवार को हुई ये अनूठी पहल हर तरफ चर्चा का विषय बनी रही।
12 वीं क्लास की भारती बनी कलक्टर
इस अनूठी पहल के तहत 12 क्लास में पढ़ने वाली भारती मावर एक दिन की जयपुर कलक्टर बनी। वहीं ग्रेजुएशन कर रही शादमा एडीएम प्रथम, एलएलबी कर रही भारती वर्मा एडीएम द्वितीय, 10 वीं क्लास की कोमल गुप्ता एडीएम तृतीया और 12 वीं क्लास की लक्षिता शर्मा ने एडीएम चतुर्थ पद की ज़िम्मेदारी संभाली।
इस अनूठी पहल के दौरान जयपुर कलक्टर जगरूप सिंह यादव सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। इस मौके पर जिला कलक्टर ने बालिकाओं से कहा, 'आप चेंजमेकर बनो। सत्ता हासिल करने तक ही सीमित नहीं रहो, अलग-अलग क्षेत्र में महारथ हासिल कर समाज की सेवा करो।'
जगरूप सिंह यादव ने बालिकाओं से कहा, 'आज आप कलक्टर हो, एडीएम हो। खुलकर अपने विचार रखो।आप कोई निर्देश भी दे सकते हो।'
वहीं अन्य अधिकारियों ने भी बालिकाओं को अपने-अपने चेंबर लेजाकर अपनी कुर्सियों पर बैठाया और ज़िम्मेदारियों से अवगत करवाया। सांकेतिक कार्यभार संभालकर बालिकाएं भी बहुत खुश आईं। एक दिन की कलक्टर भारती मावर ने स्कूलों में सुझाव पेटी रखवाए जाने सम्बन्धी आदेश भी जारी किये।
Updated on:
11 Oct 2019 03:53 pm
Published on:
11 Oct 2019 03:47 pm
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