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नए साल में 27 दिन ज्यादा बैंड-बाजा और बारात

उम्मीदों का साल : खुशियों की डबल डोज, शादियों के रहेंगे 57 सावे

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नए साल में 27 दिन ज्यादा बैंड-बाजा और बारात

नए साल में 27 दिन ज्यादा बैंड-बाजा और बारात

राजकुमार शर्मा
जयपुर. नए रिश्तों की शुरुआत के लिए इस बार नया साल भी खास रहेगा। दरअसल, वर्ष 2022 में जहां शादी-सहालग के करीब 30 मुहूर्त (सावे) ही थे तो वर्ष 2023 में 10 अबूझ सावों सहित कुल 57 सावे रहेंगे। इनमें एकल विवाह के साथ ही विभिन्न समाजों तथा संगठनों की ओर से सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इनमें भी सबसे ज्यादा 15 सावे मई में रहेंगे।
ये हैं अबूझ सावे
बसंत पंचमी : 25 जनवरी
फुलेरा दोज 21 फरवरी
रामनवमी : 30 मार्च
अक्षय तृतीया : 22 अप्रेल
जानकी नवमी : 29 अप्रेल
पीपल पूर्णिमा : 5 मई
गंगा दशमी : 30 मई
भड़ल्या नवमी : 27 जून
मार्च में सबसे कम होंगी शादियां
जनवरी : 15, 26, 27, 30 व 31 जनवरी।
फरवरी : 6,7,9, 10,15,16, 17 व 22 फरवरी
मार्च : 8 तथा 9 मार्च।
मई : 2, 3,10, 11, 12, 13, 16, 21, 22, 26, 27, 28, 29 व 31 मई।
जून : 1, 3, 5, 6, 7, 8, 11, 12, 13, 22 व 23 जून।
नवंबर : 27, 28 तथा 29 नवंबर।
दिसंबर : 7, 8 व 15 दिसंबर।
अधिक मास भी
29 जून को देवशयनी एकादशी के अबूझ सावे पर विवाह समारोह पर रोक लग जाएगी। अधिकमास (18 जुलाई-16 अगस्त) और चातुर्मास (29 जून से 23 नवंबर) के बाद देवउठनी एकादशी के अबूझ सावे (23 नवंबर) के साथ पुन: शादी सहित अन्य मांगलिक कार्य शुरू होंगे।
सावे बढऩे का कारण
ज्योतिषाचार्य पं. दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि ग्रहों के योग बनने और शुक्र का तारा इस बार चातुर्मास में अस्त होने के कारण नए वर्ष में सावे अधिक रहेंगे। वहीं, विवाह शुद्धि के लिए दस दोषों का विचार किया जाता है। उसमें क्रूर ग्रहों की युति और वेध कम लगने के कारण भी विवाह अधिक होंगे।
ये होगा असर
20-30 प्रतिशत शादियां होटल-रिसॉर्ट में हो रही हैं। डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी राजस्थान सबसे ज्यादा डिमांड में है। अनुमान है कि नए साल में सावे ज्यादा होने से प्रदेश में होटल-रिसॉट्र्स को 10 हजार करोड़ का कारोबार मिलेगा।
गजेंद्र लुनिवाल, अध्यक्ष, जयपुर होटल एसोसिएशन
नए साल में सावे लगभग दोगुने होने से शादियों का कारोबार राजस्थान में 50 हजार करोड़ से ज्यादा व देशभर में 5 लाख करोड़ के पार होने का अनुमान है। इससे शादी व्यवसाय से जुड़े व्यवसायी-कामगारों को ज्यादा रोजगार मिलेगा।
रासबिहारी शर्मा, अध्यक्ष , राजस्थान टेंट डीलर्स किराया समिति