शहर में रात को अपराध की रोकथाम के लिए वैसे तो सौ जवान तथा चार हॉक मोटरसाइकिलें ड्यूटी पर रहने का दावा किया जाता है, लेकिन शुक्रवार रात को पत्रिका की पड़ताल में हकीकत उजागर हो गई। इस पर पुलिस अधीक्षक ने सभी पुलिस अधिकारियों को गश्त की जांच के लिए निरीक्षण तथा इसमें ढिलाई बरतने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि ड्यूटी लगने के बावजूद पुलिसकर्मियों के निर्धारित स्थान पर तैनात नहीं होना गंभीर बात है। एेसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सर्दी की वजह से कभी-कभार पुलिसकर्मी इधर-उधर बैठ जाते होंगे, लेकिन यह सुरक्षा का मामला है। इसमें अब किसी प्रकार की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब हर दिन प्रभावी मॉनिटरिंग करने के साथ अकस्मात चैकिंग भी की जाएगी। अगर मौके से पुलिसकर्मी या होमगार्ड नदारद मिलते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एसपी ने बताया कि गश्त एवं नाकेबंदी के लिए शहर में जाप्ते की किसी प्रकार की कमी नहीं है। हर दिन करीब 100 पुलिसकर्मी और होमगार्ड का जाप्ता लगाया जाता है। इनके साथ और रिजर्व में भारी पुलिस बल रहता है। हो सकता है बीते कुछ दिनों से अप्रभावी मॉनिटरिंग के चलते इस तरह की स्थितियां बन रही है, लेकिन अब इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। गश्त को और प्रभावी बनाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे।