
जयपुर. प्रदेश में संचालित 44 राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में उद्योग संस्थान अन्योन्य अधिगमन प्रकोष्ठ (Industry Institute Interaction Cell) संचालित किया जा रहा है। प्रकोष्ठ के माध्यम से बीते पांच सालों में 960 परिसर साक्षात्कार आयोतित किए गए और इनमें 4786 को अब तक रोजगार मिल चुका है। राजस्थान में तकनीकी शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित इन कॉलेजों के प्रकोष्ठों के माध्यम से वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सैद्धान्तिक परीक्षा उपरान्त माह मई-जून में औद्योगिक प्रशिक्षण हेतु भेजा जा सकेगा। विगत 4 शैक्षणिक सत्र 2015-16 से 2018-19 की अवधि में उक्त राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों द्वारा 16761 विद्यार्थियों को औद्योगिक प्रशिक्षण के लिए औद्योगिक इकाईयों में भेजा गया। वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2019-20 में अब तक 111 परिसर साक्षात्कार आयोजित हो चुके हैं व 452 विद्यार्थियों को रोजगार मिल चुका है एवं वर्तमान में प्रक्रिया जारी है। विगत 4 शैक्षणिक सत्रों 2015-16 से 2018-19 की अवधि में 849 परिसर साक्षात्कार आयोजित हुये है व 4334 विद्यार्थियों को रोजगार मिला है। यह जानकारी विधानसभा में विधायक किरण माहेश्वरी की ओर से पूछी गई ताराकिंत प्रश्न के जवाब में दी गई। राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, उदयपुर सत्र 2018-19 एवं केलवाडा में 2019-20 से प्रारंभ किये जाने के कारण परिसर साक्षात्कार आयोजित नहीं किए गए।
सत्र—साक्षात्कार—रोजगार
19-20 — 111—452
15-16 — 204— 1045
16-17 — 197 —1043
17-18 — 224 —1125
18-19 — 224 —1121
प्रकोष्ठ स्थापना का यह है उदृदेश्य
इनका मुख्य उद्देश्य उद्योग और शैक्षणिक संस्थान के बीच एक सेतु का कार्य करना है। ये प्रकोष्ठ औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के साथ उसको व्यवहारिक व रोजगारपरक बनाने का काम करते हैं। संस्थान और उद्योग के बीच अनुभव और विशेषज्ञता को साझा करता है। इन प्रकोष्ठों के माध्यम से उद्योग की आवश्यकता के अनुरूप पाठ्यक्रम, संकाय व बुनियादी ढांचे में सुधार करना, उद्योग विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान, शिक्षा सत्र के दौरान औद्योगिक प्रशिक्षण, सेमीनार, कार्यशालाओ व तकनीकी वार्ता आदि का आयोजन किया जाता है। शिक्षा पूर्ण होने के पूर्व ही उद्योगों से समन्वय स्थापित कर शिक्षित विद्यार्थियों को रोजगार प्रदान करने में कैम्पस साक्षात्कार आयोजित कर ये प्रकोष्ठ महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कोर्स परिवर्तन के लिए दिए गए सुझाव
शैक्षणिक सत्र 2015-16 से सत्र 2019-20 की अवधि में 11 प्रकोष्ठों की ओर से द्वारा पाठ्यक्रम को उद्योगों की आवश्यकतानुसार परिवर्तित करने के सुझाव दिए गए। उक्त सुझावों के दृष्टिगत नॉन इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की 6 ब्रांचों के प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम परिवर्तित कर दिये गये हैं व द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के पाठयक्रम परिवर्तन करने की प्रक्रिया जारी है। इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की 15 ब्रांचों के पाठ्यक्रम परिवर्तित करने की प्रक्रिया जारी है एवं एक नया पाठ्यक्रम पैट्रोलियम इंजीनियरिंग राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, जोधपुर में प्रारंभ किया गया है।
Updated on:
11 Mar 2020 11:46 am
Published on:
11 Mar 2020 11:32 am
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