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हाय..हाय..गर्मी: जयपुर में पति-पत्नी की नींद उड़ा रहा ‘AC’, सेलेब्स भी अछूते नहीं, डॉक्टर्स बोले-बिगड़ रही ‘मेंटल हेल्थ’, बचना है तो…

AC increasing the distance between couples: डॉक्टर्स के अनुसार एसी मनमुटाव का कारण है तो दोनों को खुलकर इस पर बात करनी चाहिए और एक-दूसरे के हिसाब से टेंपरेचर को एडजस्ट करना चाहिए। मिड टेंपरेचर का चयन, टाइम सेट करना या हल्की रजाई का इस्तेमाल कर झगड़े टाले जा सकते हैं।

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जयपुर

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Savita Vyas

May 05, 2025

break-up

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सविता व्यास
जयपुर। मोबाइल और सोशल मीडिया के बाद रिश्तों में दूरियों बढ़ाने में अब एक और नया नाम जुड़ गया है- 'एयर कंडीशनर।' जी हां, एयरकंडीशनर पति-पत्नी के बीच खड़ी नई 'दीवार' है। एसी की हवा भले ही गर्मी से राहत देती है, लेकिन एसी की सेटिंग पति-पत्नी के रिश्तों को बिगाड़ रहा है। एक ही कमरे में होने के बाद भी दिलों के बीच की दूरियां काफी बढ़ गई हैं। एसी के कारण स्वास्थ्य पर तो विपरीत असर पड़ ही रहा है। साथ ही रिश्तों की बुनियाद कमजोर पड़ती जा रही है। करीना कपूर खान और सैफ अली खान जैसे सेलेब्स भी इससे अछूते नहीं हैं।
टेंपरेचर को लेकर होते हैं झगड़े

करीना कपूर खान ने इंटरव्यू के दौरान बताया, 'सैफ और मेरे बीच एसी टेंपरेचर को लेकर लड़ाइयां होती हैं, क्योंकि सैफ को 16 डिग्री पर एसी चलाना होता है और मुझे 20 डिग्री पर…। सैफ को बहुत गर्मी लगती है… जब मैं सैफ से कहती हूं कि एसी थोड़ा बढ़ा दें तो वो कहते हैं कि मुझे पता है एसी की वजह से लोगों के बीच तलाक हो जाते हैं। राजधानी जयपुर में भी इनके जैसे कई कपल हैं, जिनके बीच एसी के टेंपरेचर को लेकर झगड़ा होता रहता है। हैरानी की बात यह है कि ऐसे झगड़े आम होते जा रहे हैं और कई कपल्स की इंटिमेसी और मानसिक सेहत पर असर डाल रहे हैं।
हाथ-पैर होने लगते हैं ठंडे, नींद भी प्रभावित

पति हो या फिर पत्नी, दोनों की बॉडी अलग होती है। किसी को ज्यादा गर्मी और दूसरे को ज्यादा ठंड लग सकती है। ऐसे में हर किसी बॉडी कम या ज्यादा तापमान को नहीं झेल सकती है। डॉक्टर्स की मानें तो एसी को 16 डिग्री जैसे बेहद कम तापमान पर चलाना शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इतना ठंडा वातावरण शरीर के तापमान को नियंत्रित करने की प्राकृतिक क्षमता को कमजोर कर सकता है। इसके अलावा अचानक ठंडक के संपर्क में आने से गले में खराश, नाक में जलन, सिरदर्द, थकान और यहां तक कि सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। लंबे समय तक बहुत ठंडे एसी में रहने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ज्यादा कूलिंग में हाथ-पैर ठंडे होने लगते हैं। नींद भी प्रभावित हो सकती है।
समझदारी से सुलझ सकता है झगड़ा

मनोचिकित्सक डॉ. अनिता गौतम का कहना है कि एसी का टेंपरेचर इंटिमेसी को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करता, लेकिन किसी को भी मानसिक रूप से जरूर परेशान कर सकता है और इंटिमेसी दिमाग से ही शुरू होती है। एसी का ठंडा तापमान नींद को प्रभावित करता है। जब व्यक्ति नींद पूरी नहीं कर पाता तो वह तनाव में रहने लगता है और पार्टनर के प्रति चिड़चिड़ा होने लगता है, जिससे उनके संबंधों पर असर पड़ सकता है।