
जयपुर। राजस्थान में फर्जी दस्तावेजों से सरकारी नौकरी हासिल करने के खुलासे पर खुलासे हो रहे हैं। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने एक और बड़ा खुलासा किया है। इसमें 52 पीटीआई के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा पाया गया है। इससे पहले भी 321 पीटीआई के दस्तावेजों में भी गड़बड़ी पाई गई है। इस तरह अब तक कुल 373 पीटीआई द्वारा फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से सरकारी नौकरी हासिल करने का मामला उजागर हो चुका है।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अनुसार 19 अभ्यर्थी ऐसे थे जिन्होंने ओपीजेएस यूनिवर्सिटी से अवैध डीपीईडी के प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर पीटीआई भर्ती 2022 में नियुक्ति पा ली। इसके अलावा 33 अभ्यर्थी ने ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की फेक डिग्री /डिप्लोमा पेश कर पीटीआई की नौकरी प्राप्त की। इस तरह कुल कुल 52 और कैंडिडेट के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा सामने आया है।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के सचिव भागचंद बधाल ने बताया कि शारीरिक शिक्षक अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 में अभ्यर्थियों की जांच एसओजी के माध्यम से की जा रही है। इसमें ओपीजेएस विश्वविद्यालय की बीपीएड डिग्रियों की जांच करवाई गई। जिसमें यह पाया गया कि अभ्यर्थियों ने ओपीजेएस विश्वविद्यालय से बीपीएड कोर्स में बिना काउंसिल प्रवेश लिया है। इसके अलावा कुछ अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन के समय प्रस्तुत डिग्री/डिप्लोमा के संबंध में ओपीजेएस विश्वविद्यालय के पास कोई रिकॉर्ड नहीं पाया।
बधाल ने इन अभ्यर्थियों को आगामी 15 दिवस का समय दिया है। इस दौरान अभ्यर्थी अपना पक्ष रख सकता है। अभ्यर्थी का कोई पक्ष नहीं आता है तो बोर्ड एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए विधिक कार्रवाई करेगा।
Published on:
25 Oct 2024 11:31 pm
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