
rajasthan vidhan sabha
जयपुर। प्रदेश में राजकीय अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ राजकार्य के दौरान मारपीट के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। राज्य की गहलोत सरकार ने भी इस बात की पुष्टि की है कि अधिकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। विधानसभा के छठे सत्र में बस्सी से निर्दलीय विधायक लक्ष्मण मीणा की ओर से पूछे गए अतारांकित सवाल के जवाब में भी सरकार ने माना है कि मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि जवाब के दौरान सरकार की ओर से ऐसे मामलों पर रोकथाम लगाने के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए उसका कोई जिक्र नहीं किया गया है।
1720 मामलों में से 284 मुकदमों में एफआर
निर्दलीय विधायक लक्ष्मण मीणा के सवाल के जवाब में सरकार ने बताया कि साल 2020 में राजकीय कर्मचारियों के साथ राजकार्य करते समय मारपीट और राजकार्य में बाधा के 1720 प्रकरण दर्ज हुए हैं जिनमें 3444 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है और 1127 मुकदमा में चालान पेश किया गया है। वहीं 284 मुकदमों में एफआर लगाई गई है और 309 मुकदमों में अभी भी जांच चल रही है।
बस्सी विधानसभा क्षेत्र में भी 29 प्रकरण दर्ज
वहीं विधायक लक्ष्मण मीणा ने अपने विधानसभा क्षेत्र बस्सी में भी साल 2019-20 में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ राजकार्य करते समय मारपीट को लेकर पूछे गए सवाल में भी सरकार ने माना है कि बस्सी में भी ऐसे 29 मामले दर्ज हुए हैं जिनमें 67 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है 13 मामलों में चालान पेश किया गया है और 7 मामलों में एफआर लगाई गई है।
3 सालों में बढ़ा मारपीट का ग्राफ
गहलोत सरकार ने माना है कि प्रदेश भर में साल 2018 से लेकर 2020 तक 3 सालों में राजकीय कर्मचारियों-अधिकारियों के साथ मारपीट के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई हैय़ इसका जवाब भी सरकार ने सिलसिलेवार दिया है।
साल ----------मुकदमे-------------गिरफ्तारी------चालान-----एफआर--------पेंडिंग
2018----------1407------------3112--------------1094---------272----------41
2019------ 1602----------- 2854----------------1160-------353--------- 89
2020----1720------------- 3444 ---------1127----------- 284---------309
Published on:
09 Nov 2021 11:51 am
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