1720 मामलों में से 284 मुकदमों में एफआर
निर्दलीय विधायक लक्ष्मण मीणा के सवाल के जवाब में सरकार ने बताया कि साल 2020 में राजकीय कर्मचारियों के साथ राजकार्य करते समय मारपीट और राजकार्य में बाधा के 1720 प्रकरण दर्ज हुए हैं जिनमें 3444 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है और 1127 मुकदमा में चालान पेश किया गया है। वहीं 284 मुकदमों में एफआर लगाई गई है और 309 मुकदमों में अभी भी जांच चल रही है।
वहीं विधायक लक्ष्मण मीणा ने अपने विधानसभा क्षेत्र बस्सी में भी साल 2019-20 में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ राजकार्य करते समय मारपीट को लेकर पूछे गए सवाल में भी सरकार ने माना है कि बस्सी में भी ऐसे 29 मामले दर्ज हुए हैं जिनमें 67 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है 13 मामलों में चालान पेश किया गया है और 7 मामलों में एफआर लगाई गई है।
3 सालों में बढ़ा मारपीट का ग्राफ
गहलोत सरकार ने माना है कि प्रदेश भर में साल 2018 से लेकर 2020 तक 3 सालों में राजकीय कर्मचारियों-अधिकारियों के साथ मारपीट के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई हैय़ इसका जवाब भी सरकार ने सिलसिलेवार दिया है।