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पहले सराहा फिर रिजेक्ट किया गया: Ashok Pandit

फिल्म ‘72 हूरें (72 Hoorain)’ रिलीज से पहले ही विवादों में घिरती नजर आ रही है। सेंसर बोर्ड(CBFC) ने इसके ट्रेलर को खारिज कर दिया है। फिल्म निर्माता अशोक पंडित (Ashok Pnadit) ने इसको लेकर पत्रिका से खास बातचीत की।

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Film maker Ashok Pandit

Film maker Ashok Pandit

फिल्म ‘72 हूरें (72 Hoorain)’ रिलीज से पहले ही विवादों में घिरती नजर आ रही है। सेंसर बोर्ड(CBFC) ने इसके ट्रेलर को खारिज कर दिया है। फिल्म निर्माता अशोक पंडित (Ashok Pnadit) इससे नाराज हैं और वे इसे फिल्म बनाने वालों का अपमान बता रहे है। मीडिया के माध्यम से मेकर्स केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर को अपना संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं। अशोक ने यह भी बताया कि 19 जून को ही ट्रेलर बोर्ड को दे दिया था लेकिन उन्होंने 27 जून को बदलाव करने के लिए बोला जो संभव नहीं था। इसको लेकर फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने पत्रिका से खास बातचीत की।

अशोक पंडित का कहना है कि बोर्ड ने ट्रेलर से दो-तीन सीन्स को हटाने के लिए कहा। जिसमें कटे हुए पैर के साथ कुछ अन्य शब्द भी शामिल है। फिल्म को पहले सराहा गया और नेशनल अवॉर्ड (National Award) दिया गया। ट्रेलर फिल्म के सीन्स को लेकर ही बनाया जाता है। इस ट्रेलर में हमने अलग से कोई फ्रेम नहीं जोड़ा है। जब यह फिल्म सही है तो ट्रेलर क्यों नहीं सही है।

अशोक पंडित ने कहा कि 2019 में ही बोर्ड ने सर्टिफिकेशन दे दिया है। हमने सीबीएफसी के स्पष्टीकरण को देखा है। निर्माता की ओर से मैं कहना चाहता हूं कि यह कोई तथ्य ही नहीं है। हम यह कहना चाह रहे हैं कि आप हमसे मॉडिफिकेशन की उम्मीद कर रहे हैं और तब तक हम इसे नहीं करेंगे, जब तक आप ट्रेलर सर्टिफिकेशन इशू नहीं करेंगे, नहीं तो यह यही मैसेज जा रहा है कि आपने हमारे ट्रेलर को रिजेक्ट कर दिया है।

यह फिल्म नई नहीं है। साल 2019 के आइएफएफआइ में ‘72 हूरें’ स्क्रीन की गई थी। उसके बाद फिल्म ने वर्ष 2021 में नेशनल अवॉर्ड भी जीता। ट्रेलर में ऐसा एक भी फ्रेम या शॉट नहीं है जो कि फिल्म में नहीं है। हम अपनी प्रतिक्रियाओं पर अडिग हैं। हम अपमानित महसूस कर रहे हैं।