Amarnath Yatra 2023: चैत्र नवरात्र के साथ ही शुरू हुए हिंदू नववर्ष में इस बार अधिकमास के कारण 13 महीने होंगे। वहीं, अधिक मास के चलते श्रावण मास भी दो महीने (चार जुलाई से 31 अगस्त तक ) का होगा व अमरनाथ यात्रा भी डेढ़ माह के स्थान पर करीब दो माह तक चलेगी।
Amarnath Yatra 2023: चैत्र नवरात्र के साथ ही शुरू हुए हिंदू नववर्ष में इस बार अधिकमास के कारण 13 महीने होंगे। वहीं, अधिक मास के चलते श्रावण मास भी दो महीने (चार जुलाई से 31 अगस्त तक ) का होगा व अमरनाथ यात्रा भी डेढ़ माह के स्थान पर करीब दो माह तक चलेगी। एक अप्रेल से साइन बोर्ड की ओर से रजिस्ट्रेशन शुरू होने के बाद यात्री आवेदन कर सकेंगे। अधिकमास की अवधि 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगी।
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गत वर्ष अमरनाथ यात्रा के दौरान हुए भूस्खलन के कारण इस बार यात्रा अवधि में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। राजधानी से अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले जत्थेदारों के मुताबिक अमरनाथ गुफा के आसपास अब चार बजे तक ही भक्त ठहर सकेंगे। साथ ही पवित्र गुफा के आस-पास भंडारे आदि भी लगाने की इजाजत इस बार नहीं होगी। रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिेकेशन डिवाइस (आरएफआईडी) कार्ड टस्गिंग की व्यवस्था को पूर्णतया लागू किया जाएगा। ताकि यात्रियों की जानकारी समय पर मिल सके। वहीं, रजिस्ट्रेशन के लिए बैंकों की संख्या भी बढ़ाई गई है। देशभर में भक्त 444 बैंकों से यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे।
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भक्तों की बढ़ेगी संख्या
राजस्थान से हर साल 35 हजार के आसपास भक्त अमरनाथ पहुंचते हैं। इस बार यह यात्रा दो माह की होने के कारण जयपुर सहित प्रदेशभर से यह आंकड़ा करीब डेढ़ गुना होने की संभावना है। इसके अलावा पारंपरिक बालटाल और पहलगाम ट्रैक पर लंगर लगाने के लिए जयपुर के विभिन्न संगठन आवेदन करेंगे। जयपुर भंडारा के चेयरमैन पंकज सोनी व भोले की फौज सेवा समिति के महेश खंडेलवाल ने बताया कि बालटाल के रूट पर कुछ जगहों पर सड़क के साथ ही यात्रियों के लिए अन्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।