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Bisalpur Dam Update : बीसलपुर बांध से जल्द ही मिलने वाली है खुशखबर, महज 60 सेंटीमीटर रह गया है बाकी

Bisalpur Dam Update : बीसलपुर बांध से जल्द ही मिलने वाली है खुशखबर। महज 60 सेंटीमीटर रह गया है बाकी। उम्मीद है कि बांध के भरने की सूचना जल्द ही मिल जाए।

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Bisalpur Dam Update Coming Soon Good News only 60 centimetres is left

फाइल फोटो पत्रिका

Bisalpur Dam Update : जयपुर, अजमेर, टोंक जिलों को बीसलपुर बांध से जल्द ही खुशखबर मिल सकती है। लगातार बारिश से त्रिवेणी नदी का जल स्तर भी 3.60 आरएल मीटर तक पहुंच गया है और बांध में आवक बढ़ गई है। रविवार सुबह 6 बजे बांध का जल स्तर 314.90 आरएल मीटर पर पहुंचा। 34.500 टीएमसी का जलभराव हुआ। अब पूर्ण जलभराव होकर छलकने के लिए सिर्फ 60 सेमी पानी की आवश्यकता शेष है। त्रिवेणी का गेज 60 सेमी घटकर 3.00 मीटर रह गया है। बांध क्षेत्र में बीते 24 घंटे में 3 एमएम बारिश दर्ज की गई है। सीजन की अब तक कुल 597 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी। इससे पूर्व शनिवार रात 11 बजे तक बांध में 32 सेंटीमीटर पानी की आवक हुई और बांध का जल स्तर 314.67 आरएल मीटर तक पहुंच गया है।

बांध की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर

जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों के अनुसार बांध की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। बांध भरने में महज 60 सेंटीमीटर का ही अंतर रह गया है।

भराव पर दिनभर गफलत

बीसलपुर बांध के जलभराव को घर बैठे ही देखने के लिए शुरू किया गया स्कॉडा सिस्टम शनिवार को फिर ठप हो गया। दिनभर यही स्थिति रही और जयपुर में लोग बीसलपुर बांध के भराव की सही स्थिति नहीं देख सके।

सप्ताह में दूसरी बार स्कॉडा सिस्टम हुआ ठप

स्कॉडा सिस्टम रात 11 बजे भी बांध का गेज 314.55 आरएल मीटर ही बताता रहा। बीते एक सप्ताह में दूसरी बार स्कॉडा सिस्टम ठप होने से इस पर किया करोड़ों का खर्च सवालों के घेरे में आ गया है।

ग्रामीण इलाकों को होती है पेयजल आपूर्ति

बीसलपुर बांध से जयपुर, अजमेर, टोंक और आस-पास के कई ग्रामीण इलाकों को पेयजल आपूर्ति होती है। जलस्तर में वृद्धि के साथ ही इन जिलों के गर्मी में पड़े जलसंकट से स्थायी राहत मिलने की संभावना है।

जानें बीसलपुर बांध कब-कब हुआ ओवरफ्लो

बीसलपुर बांध निर्माण के बाद पहली बार वर्ष 2004 में ओवरफ्लो हुआ और गेट खोले गए। इसके बाद वर्ष 2006, 2014, 2016, 2019, 2022, 2024 में सातवीं बार ओवरफ्लो होने पर बांध के गेट खोलने पड़े। वहीं पिछले सात दिन में जलस्तर में 0.40 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आवक की यही गति बनी रही तो अगले कुछ दिनों में बांध के गेट खोलने की नौबत आ सकती है।