
Divya Kanwar
Rajasthan Good News: पाली . गांवों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। यहां के जाए जन्मे हर क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं। चाहे फिर नौकरी हो या व्यवसाय, हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहे हैं। पाली जिले के कंटालिया गांव की माटी से निकले दो भाई-बहन ने यूएसए में पढ़ाई के बाद आर्मी ज्वाइन कर दादा व नाना का सपना पूरा किया। दिव्या कंवर व उसके भाई दोनों ही यूएसए की सेना की कमान संभाल रहे हैं।
कुछ ही दिनों पहले दिव्या कंवर का प्रमोशन होने पर भाई ने बहन के कंधों पर बैज लगा सपना पूरा किया। दिव्या कंवर के पिता दिलीपसिंह बताते हैं उनके पिता मूलसिंह राठौड़ का भारतीय सेना के प्रति विशेष लगाव रहा। घर में भी बच्चों को आर्मी में भर्ती होने को लेकर बात करते थे। ननिहाल में नाना फतेहसिंह राणावत भी दोनों भाई-बहनों का उत्साह वर्धन करते रहे। उन्ही की प्रेरणा से दोनों बच्चे यूएसए आर्मी में भर्ती हो पाए।
1990 में छोड़ा गांव, कंटालिया में बीता बचपन
कंटालिया से परम्पराओं व संस्कारों को दिल में बसाए दिलीप सिंह राठौड़ 1990 में यूएसए चले गए। यूएसए जाने से पूर्व दिलीपसिंह की शादी सुमेरपुर के पास गुड़ा गांव में हुई। दोनों बच्चों का जन्म कंटालिया में ही हुआ। दोनों बच्चों का बचपन भी कंटालिया में ही गुजरा।
बचपन में खूब सुनीं थी आर्मी की कहानिया
बकौल दिव्या, दादा मूलसिंह राठौड़ व दादी किशन कंवर हमेशा आर्मी की कहानियां सुनाते थे। ननिहाल में नाना फतेहसिंह को समाज सेवा करते हुए देखा, वे बालिकाओं के लिए स्कूल व छात्रावास में सहयोग कर रहे थे। उनसे हमेशा प्रेरणा मिली। यूएसए में पापा दिलीपसिंह व ममी पारस कंवर ने दादा व नाना के आदर्शों पर चलने को कहा। आज उनकी ही बदौलत मैं इस मुकाम पर हूं।
सेना की कमान संभाल रही दिव्या
दिव्या राठौड़ यूएसए आर्मी की विशेष सेना 5 में कार्यरत है। वर्तमान में ज्वाइंट बेस मैकगायर डिक्स लेकहर्स्ट बेस पर तैनात है, जो विशेष परिस्थिति में बुलाई जाती है।
Published on:
02 Jun 2023 06:42 pm
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