मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, खेलमंत्री अशोक चांदना, ममता भूपेश, भंवर सिंह भाटी सरीखे नेता इन सीटों पर सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वहीं भाजपा में राजसमंद सीट की बात की जाए तो यहां नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और सांसद दीया कुमारी ने पूरा दमखम लगा रखा है। हालांकि कटारिया के महाराणा प्रताप के लेकर दिए गए बयान के चलते भाजपा को नुकसान होने की आशंका है, लेकिन कटारिया जिस वर्ग से आते हैं, उस वर्ग का राजसमंद में बोलबाला है, ऐसे में उनकी जीत में महती भूमिका रहेगी। इसी तरह सांसद दीया कुमारी के सांसद होने के नाते यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।
सहाड़ा सीट पर पूनियां सक्रिय भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष होने के नाते सतीश पूनियां की तीनों ही सीटों पर साख दाव पर है। मगर उनका ज्यादा फोकस सहाड़ा सीट पर दिख रहा है। यही वजह है कि प्रचार के आखिरी दिन गुरुवार को वो सहाड़ा में ही रहे। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला बना हुआ है। भाजपा और कांग्रेस के सामने आरएलपी ने चुनौती खड़ी की हुई है। हालांकि लादुलाल पितलिया के नामांकन वापस लेने के बाद भाजपा की स्थिति मजबूत बनी थी, लेकिन फिलहाल कौन जीतेगा, यह बताना मुश्किल है।
सुजानगढ़ में राठौड़ सक्रिय उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सुजानगढ़ में दमखम लगा रखा है। सुजानगढ़ सीट उनके जिले चूरू में आती है, इस वजह से उन पर प्रत्याशी को जिताने का बड़ा दारोमदार है। इसके अलावा सांसद सुभाष बहेड़िया भी चुनाव में सक्रिय नजर आ रहे हैं। कुछ स्थानीय नेता भी यहां पूरे चुनाव में सक्रिय नजर आए।