
आखिरी बार प्रेमिका से करना चाहता था, लेकिन नहीं रिसिव हुआ मोबाइल, रह गई अधूरी बात
धीरेन्द्र भट्टाचार्य / जयपुर। झोटवाड़ा थाना क्षेत्र में पार्षद के भतीजे अमरचंद शर्मा की देसी कट्टे से हत्या की गई थी। कट्टे से निकली आठ एमएम की गोली मृतक के गले में ही अटक गई थी, जिसे पोस्टमार्टम के दौरान डाक्टरों ने बाहर निकाला। इस बीच पुलिस को मृतक का मोबाइल झोटवाड़ा पंचायत समिति के पास पड़ा मिला। पंखाकांटा क्षेत्र में मृतक का मोबाइल मिलने और हत्या में देशी कट्टे का इस्तेमाल होने से पुलिस का मानना है कि दोनों शूटर जयपुर या आस-पास के जिलों के हो सकते हैं। पुलिस का कहना है कि हत्या के मामले में प्रेम प्रसंग, आपसी रंजिश और पैसों के लेन-देन जैसे अहम बिंदुओं पर जांच की जा रही है। पुलिस ने हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है।
प्रेमिका को फोन लगाया, पर उसने रिसीव नहीं किया
पुलिस को छानबीन के दौरान अमरंचद का फोन घटना स्थल से करीब डेढ़ किलोमिटर दूर झोटवाड़ा पंचायत समिति के पास पड़ा मिला। पुलिस का मानना है कि हत्यारे भागते समय मृतक का फोन यहां फेंक गए। मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस हत्या का सुराग तलाशने में लगी हुई है। अमरचंद ने गुरुवार रात करीब नौ बजे मोबाइल पर अपने मित्र से लास्ट बातचीत की थी। इससे पहले उसने अपनी प्रेमिका को भी फोन लगाया था, लेकिन प्रेमिका ने उसका फोन रिसिव नहीं किया था। पुलिस की पूछताछ में प्रेमिका ने बताया कि गुरुवार रात जब अमरचंद का फोन आया था, उस समय वह खाना बना रही थी। इसलिए फोन रिसीव नहीं कर पाई थी।
देर रात तक परिजन करते रहे फोन
डीसीपी (वेस्ट) अशोक गुप्ता ने बताया कि मृतक का मोबाइल फोन शुक्रवार तड़के करीब चार बजे बैटरी खत्म हो जाने के कारण स्विच ऑफ हो गया था। स्विच ऑफ होने से पहले अमरचंद के मोबाइल पर उसके परिजनों ने भी कई बार फोन किए। पंचायत समिति के पास मृतक का मोबाइल मिलने से पुलिस का मानना है कि हत्या करने के बाद दोनों बदमाश पंचायत समिति की तरफ से ही भागे हैं।
तीन बिंदुओं पर जांच
डीसीपी ने बताया कि अमरचंद की हत्या के मामले तीन अहम बिंदु प्रेम प्रसंग, आपसी रंजिश और किसी से रुपए के लेने-देन के मामले में जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि अमरचंद सीए का छात्र था। इसके चलते वह अकाउंट्स से जुड़े मामलों का काम भी करता था। इस मामले पुलिस उन लोगों से भी पूछताछ कर रही है, जिनके व्यापार के लेन-देन का वह काम-काज देखा करता था।
Published on:
28 Jul 2018 06:47 pm
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