
जयपुर. आजकल परिजनों की व्यस्तता मासूमों पर भारी पड़ रही है। इस वजह से बच्चों को गंभीर हालत में अस्पताल लाया जा रहा है। ईएनटी विशेषज्ञों ने बताया कि पेरेंट्स छोटे बच्चों को काजू, बदाम, मूंगफली, मटर जैसी खाने की चीजे सीधा हाथ में देकर खतरे को बुलाया जा रहा है। कारण कि, अक्सर छोटे बच्चे कोई भी चीज को खाने की बजाय निगलने लगते हैं। जिससे उनमें सांस लेने में परेशानी जैसी दिक्कतें हो जाती है। शरीर भी नीला पडऩे लगता है। ऐसी हालत में उन्हें अस्पताल लाना पड़ता है। ऐसे में विशेषज्ञ से जाने इस स्थिति में क्या सावधानी बरते जिससे बच्चों की जान बचाई जा सकें।
यह बरते सावधानी
-बच्चों को बीज, गुठली वाले फल हाथ में नहीं दें। छोटे छोटे ***** में टुकड़े करके खिलाएं।
-बच्चे को खाते समय व उनके खेलते समय विशेष ध्यान रखे। अकेले में ऐसा नहीं कर दें।
-उन्हें समझाएं कि बिना पूछे या कहे कुछ भी नहीं खाएं।
- अगर बच्चा कुछ निगल ले तो, तुुरंत अस्पताल पहुंचे। घरेलू उपचार में समय खराब नहीं करे।
- जितनी जल्दी अस्पताल पहुंचे उतने जान बचाने के चांस ज्यादा होते हैं।
देरी से अस्पताल पहुंचने में जान जाने का खतरा
सावधानी के लिए देखे वीडियो
डॉ. रेखा हर्षवर्धन, विभागाध्यक्ष, ईएनटी विभाग , एसएमएस अस्पताल, जयपुर
Published on:
02 Jun 2023 06:49 pm
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