28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Chhath puja 2023: नहाय खाय के साथ सूर्य उपासना का महापर्व डाला छठ शुरू, गलता तीर्थ में भरेगा मेला

Chhath puja 2023: सूर्य उपासना का महापर्व डाला छठ आज से नहाय खाय के साथ शुरू हुआ। राजधानी जयपुर में रह रहे बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तरप्रदेश के प्रवासी लोगों के घरों में आज चावल, चने की दाल और लॉकी की सब्जी बनी। दूसरे दिन शनिवार को खरना का व्रत शुरू होगा।

2 min read
Google source verification
Chhath puja 2023: नहाय खाय के साथ सूर्य उपासना का महापर्व डाला छठ शुरू, गलता तीर्थ में भरेगा मेला

Chhath puja 2023: नहाय खाय के साथ सूर्य उपासना का महापर्व डाला छठ शुरू, गलता तीर्थ में भरेगा मेला

जयपुर। सूर्य उपासना का महापर्व डाला छठ आज से नहाय खाय के साथ शुरू हुआ। राजधानी जयपुर में रह रहे बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तरप्रदेश के प्रवासी लोगों के घरों में आज चावल, चने की दाल और लॉकी की सब्जी बनी। महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को खरना का व्रत शुरू होगा। गलता तीर्थ में 19 नवंबर से मेला भरेगा, यहां बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे। अस्ताचल गामी सूर्य को पहला अर्घ्य 19 नवंबर को अर्पित किया जाएगा।

इस बार राजधानी में 51 से अधिक जगहों पर कृतिम जलाशय बनाए जाएंगे, जहां छठ पर्व मनाया जाएगा। मुख्य आयोजन का भी स्थान बदल दिया गया है। इस बार छठ पूजा का मुख्य आयोजन किशनबाग में होगा। बिहार समाज संगठन के महासचिव सुरेश पंडित ने बताया कि नहाय-खाय में व्रती महिलाओं ने खाने में कद्दू भात का उपयोग किया। सबसे पहले व्रती ने भोजन करती है, इसके बाद परिवार के अन्य लोग भोजन ग्रहण करते है। महोत्सव के तहत दूसरे दिन को खरना का व्रत आरंभ होगा। लोग दिनभर उपवास करेंगे और शाम को गुड़ की खीर और रोटी बनाएंगे। गुड़ की खीर, रोटी, केले आदि का भगवान सूर्य को भोग लगाएंगे। इसके बाद उसे खाएंगे। इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जल व निराहार व्रत शुरू होगा।

अस्ताचल गामी सूर्य को पहला अर्घ्य 19 को
महोत्सव में 19 नवंबर को व्रत करने वाले लोग अपने परिवार जनों के साथ गलता सहित अन्य जलाशयों में पहुंचेंगे और कुंड में खड़े होकर अस्ताचल गामी सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित करेंगे। गलता पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य गंगा आरती भी करेंगे। गलताजी में डाला छठ का मेला भरेगा। यहां 19 नवंबर को छठ पर अस्त होते सूर्य को अघ्र्य अर्पित किया जाएगा। अगले दिन 20 नवंबर को सुबह उगते हुए सूर्य को दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही व्रत का पारायण होगा।

मुख्य आयोजन किशन बाग में
बिहार समाज संगठन की ओर से इस बार मुख्य आयोजन शास्त्री नगर स्थित स्वर्ण जयंती गार्डन के पीछे किशन बाग में होगा। अपने गांव व शहर से दूर राजधानी जयपुर में रहने वाले बिहार-झारखंड समेत पूर्वांचल के लोग डाला छठ पर्व मनाएंगे। इस बार 51 जगह छठ पूजा होगी।

यह भी पढ़ें : 147 दिन बाद फिर बजेगी शहनाई, विवाह से पहले कार्ड देने के लिए लगी लाइनें, देखें VIDEO

जयपुर में यहां भी आयोजन
संगठन के महासचिव सुरेश पंडित ने बताया कि शहर में गलता तीर्थ के अलावा हसनपुरा, दुर्गा विस्तार कॉलोनी, दिल्ली रोड, प्रताप नगर, मालवीय नगर, रॉयल माचवा, मुरलीपुरा, आदर्श नगर, विश्वकर्मा, जवाहर नगर, निवारू रोड, झोटवाड़ा लक्ष्मी नगर, कानोता, आमेर रोड, सोडाला, अजमेर रोड, हीरापुरा पावर हाउस, सिविल लाइंस, गुर्जर की थड़ी आदि जगहों पर सूर्य उपासना का महापर्व के आयोजन होंगे।