
जयपुर: राजस्थान में प्राकृतिक गैस की उपलब्धता को सुगम बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अब पाली जिले के एसवी 4007 स्टेशन मारवाड़ जंक्शन से जोधपुर के काकानी तक 8 इंच व्यास की स्टील स्पर पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इस परियोजना पर कुल 120 करोड़ रुपये की लागत आएगी। राज्य सरकार के निरंतर प्रयासों के बाद केंद्र सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) ने इस पाइपलाइन को बिछाने की मंजूरी दे दी है। इस परियोजना को जीएसपीएल इंडिया गैसनेट और एजीएंडपी द्वारा मिलकर पूरा किया जाएगा।
मेहसाना-भटिंडा ट्रंक पाइप लाइन से प्राकृतिक गैस सीएनजी पीएनजी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पाली जिले के एसवी 4007 स्टेशन मारवाड जंक्शन से जोधपुर के काकानी तक 8 इंच व्यास की पाइप लाइन से गैस उपलब्ध कराई जाएगी। माइन्स एवं पेट्रोलियम विभाग के प्रमुख शासन सचिव टी. रविकान्त ने यह जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्र सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) ने राज्य सरकार के लगातार आग्रह पर पाइप लाइन बिछाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके लिए जीएसपीएल इण्डिया गैसनेट और एजीएण्डपी के बीच करार पर हस्ताक्षर हो गए हैं। उन्होंने बताया कि 8 इंच व्यास की करीब 83 किलोमीटर लंबी इस पाइप लाइन को बिछाने पर जीएसपीएल इण्डिया गैसनेट द्वारा 120 करोड़ रुपये व्यय किये जाएंगे।
प्रमुख सचिव माइन्स टी. रविकान्त ने बताया कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा प्रदेश में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने और पाइप लाइन से सीएनजी और पीएनजी उपलब्ध कराने के कार्य में तेजी लाने पर जोर देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की गंभीरता को इसी से समझा जा सकता है कि नई सरकार आने के बाद सीएनजी-पीएनजी की वेट दरों में दो बार कमी करने के साथ ही बजटीय घोषणा कर ढांचागत विकास और पीएनजी कनेक्शनों केे सालाना लक्ष्य निर्धारित किये हैं।
टी. रविकान्त ने बताया कि एजीएण्डपी जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर में पाइप लाइन से घरेलू उपयोग की प्राकृतिक गैस उपलब्ध कराने के लिए अधिकृत है। इनके द्वारा क्षेत्र में पाइप लाइन ड़ालते हुए ढांचागत विकास, घरेलू पाइप लाइन से गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने और सीएनजी स्टेशनों के माध्यम से सीएनजी उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एजीएण्डपी द्वारा अभी तक करीब 675 किलोमीटर दूरी से 12 से 14 क्रायोजेनिक टेंकरों के माध्यम से सीएनजी पीएनजी मंगवाई जा रही है। इसके लिए को गुजरात के 7 और राजस्थान के 3 जिलों में होते हुए टेंकर लाने होते थे। इतनी दूर से प्राकृतिक गैस लाने में दूरी के साथ ही संभावित दुर्घटना आदि की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार पीएनजीआरबी पर लगातार जोधपुर को गैस लाइन से जोड़ने का आग्रह करती आ रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और राज्य सरकार के अनवरत प्रयासों से स्वीकृति मिलने के साथ ही पिछले दिनों एजीएसपीएल इण्डिया गैसनेट और एजीएण्डपी के बीच करार हस्ताक्षरित हो गया है।
निदेशक पेट्रोलियम अजय शर्मा ने बताया कि स्टील स्पर पाइप लाइन बिछाने का कार्य शीघ्र ही आरंभ हो सकेगा और पाइप लाइन बिछाकर काकानी तक गैस पहुंचाने के काम में 24 से 30 माह लगने की संभावना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सीजीडी संस्थाओं के साथ समन्वय बनाते हुए पाइप लाइन से घरेलू गैस और सीएनजी स्टेशनों से सीएनजी उपलब्धता बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिए ढांचागत विकास में तेजी लाने के लिए संस्थाओं व संबंधित विभागों के बीच भी समन्वय बनाया जा रहा है।
Published on:
28 Mar 2025 05:09 pm
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