
Contact tracing started regarding Delta Plus variant of Corona
Jaipur राज्य में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट का एक मरीज मिलने के बाद अब मरीज के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का काम शुरू कर दिया गया है और माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना दिए गए हैं, ताकि संक्रमण का प्रसार ना हो। बीकानेर की इस मरीज के सम्पर्क में आने वाले लोगों को चिन्हित कर आइसोलेट किया जाएगा। इसके बारे में शनिवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार देश के 11 राज्यों में 48 मरीज डेल्टा प्लस से संक्रमित पाए गए हैं। देश में 10 जगह जीनोम सिक्वेंसिंग का काम हो रहा है। राजस्थान के एसएमएस मेडिल कॉलेज में जीनोम सिक्वेंसिंग का काम शुरू हो गया है। सैंपल्स की जांचें की जा रही हैं। इससे यह पता चल सकेगा कि नया वेरिएंट कौनसा है। उन्होंने बताया कि वेरिएंट के अनुसार ही ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल तय इलाज शुरू किया जा सकता है।
किया सेटेलाइट अस्पताल का दौरा
डॉ. शर्मा ने शनिवार को जयपुर के सेठी कॉलोनी स्थित एसआर गोयल सेटेलाइट अस्पताल में तीसरी लहर से बचाव के लिए की जा रही तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में पीकू, नीकू और एसएनसीयू को मिलाकर 27 से 30 बैड हैं। आपातकाल में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल के रूप में बेड की संख्या बढ़ाकर 125 तक की जा सकती है। अस्पताल में 400 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन करने का भी प्लांट लगाया जा रहा है। साथ ही 90 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर भी अस्पताल के लिए उपलब्ध कराए हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को किया जा रहा मजबूत
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए प्रदेश की 332 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकीय सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। वहीं ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन का काम किया जा रहा है। प्रदेश के शुक्रवार को 10 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेट किया गया।
Published on:
26 Jun 2021 08:03 pm
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