लगातार दो चुनाव हारे नेताओं की दावेदारी पर संकट, प्रदेश कांग्रेस के कई बड़े नेताओं की धड़कनें तेज
राजस्थान में तीन माह बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर प्रदेश कांग्रेस में भाग-दौड़ तेज हो गई है। एक ओर जहां दावेदारों की ग्राउंड रिपोर्ट और सह प्रभारियों की ओर से सौंपी लिस्ट से हलचल मची है, वहीं एक चर्चा ने पार्टी के कई बड़े नेताओं की धड़कनें बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि इस बार अगर एंटनी कमेटी की सिफारिशें लागू हो गईं तो लगातार दो विधानसभा चुनाव हारे नेताओं की दावेदारी पर संकट आ सकता है।
इन नेताओं में बीडी कल्ला- बीकानेर पश्चिम, चंद्रभान- मंडावा, संयम लोढा- सिरोही, ममता शर्मा- बूंदी, रिछपाल मिर्धा- डेगाना, चंद्रशेखर बैद- तारानगर, रामचंद्र सराधना- विराटनगर, आलोक बेनीवाल- शाहपुरा, जुबेर खान- रामगढ़, नरेन्द्र शर्मा- अलवर शहर, रमेश खिंची- कठूमर, बनवारीलाल शर्मा- धौलपुर, लक्ष्मण मीणा- बस्सी, गिरीश चौधरी- नदबई, गोपाल बाहेती- अजमेर उत्तर, खुशवीर सिंह जोजावर- मारवाड़ जंक्शन, नईमुद्दीन गुड्डु- लाडपुरा, मीनाक्षी चंद्रावत- झालरापाटन और हरेंद्र मिर्धा- नागौर शामिल हैं।