लगातार चला सर्च अभियान
नागरिक सुरक्षा के उप नियंत्रक जगदीश प्रसाद रावत के नेतृत्व में टीम के सदस्य महेन्द्र कुमार सेवदा, अविनाश कुमार, राजेश वीर गुर्जर सहित सिविल डिफेंस टीम के सदस्यों ने कार निकालने के बाद टीम ने सर्च अभियान चलाया, लेकिन कार चालक प्रशांत का पता नहीं लगा। शनिवार देर रात सर्च अभियान बंद करने के बाद रविवार वापस सर्च अभियान चलाया गया। कार से करीब फीट दूरी पर प्रशांत का शव मिल गया। जलकुंभी अधिक होने की वजह से शव कीचड़ में फंस गया था। माना जा रहा है कि कार से बाहर निकलने के प्रशांत ने कार का कांच तो तोड़ दिया, वह बाहर भी निकल आया, लेकिन कीचड़ में फंसने की वजह से वह डूब गया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसका पता लगेगा कि प्रशांत की मौत कैसे हुई। फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई हैं। गौरतलब है कि अंबाबाड़ी पुलिया पर पहले भी यहां हादसे हो चुके हैं। बेकाबू गाड़ियां सड़क हादसे में नदी में गिर चुकी है। गनीमत रही है कि इन गाड़ियों में सवार लोगों में किसी की जान नहीं गई। इसके बावजूद प्रशासन ने कोई दीवार नहीं बनाई है। विद्याधर नगर व अंबाबाड़ी से पानीपेच, रेलवे स्टेशन, चांदपोल की तरफ आने वाले कई वाहन चालक इस अंबाबाड़ी पुलिया से गुजरते हैं।
नागरिक सुरक्षा के उप नियंत्रक जगदीश प्रसाद रावत के नेतृत्व में टीम के सदस्य महेन्द्र कुमार सेवदा, अविनाश कुमार, राजेश वीर गुर्जर सहित सिविल डिफेंस टीम के सदस्यों ने कार निकालने के बाद टीम ने सर्च अभियान चलाया, लेकिन कार चालक प्रशांत का पता नहीं लगा। शनिवार देर रात सर्च अभियान बंद करने के बाद रविवार वापस सर्च अभियान चलाया गया। कार से करीब फीट दूरी पर प्रशांत का शव मिल गया। जलकुंभी अधिक होने की वजह से शव कीचड़ में फंस गया था। माना जा रहा है कि कार से बाहर निकलने के प्रशांत ने कार का कांच तो तोड़ दिया, वह बाहर भी निकल आया, लेकिन कीचड़ में फंसने की वजह से वह डूब गया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसका पता लगेगा कि प्रशांत की मौत कैसे हुई। फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई हैं। गौरतलब है कि अंबाबाड़ी पुलिया पर पहले भी यहां हादसे हो चुके हैं। बेकाबू गाड़ियां सड़क हादसे में नदी में गिर चुकी है। गनीमत रही है कि इन गाड़ियों में सवार लोगों में किसी की जान नहीं गई। इसके बावजूद प्रशासन ने कोई दीवार नहीं बनाई है। विद्याधर नगर व अंबाबाड़ी से पानीपेच, रेलवे स्टेशन, चांदपोल की तरफ आने वाले कई वाहन चालक इस अंबाबाड़ी पुलिया से गुजरते हैं।