23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पंचायत चुनाव में आपसी टकराव न पड़ जाए पार्टी को भारी, टिकट बंटवारे पर कांग्रेस के दिग्गज हुए आमने-सामने

-टिकट वितरण को लेकर जिला प्रभारियों पर भी उठने लगे सवाल, टिकट वितरण के बाद अंदर खाने भितरघात का अंदेशा, निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों के क्षेत्रों में अंदरखाने नाराजगी

2 min read
Google source verification
pcc jaipur

pcc jaipur

फिरोज सैफी/जयपुर।

प्रदेश के 6 जिलों में हो रहे पंचायत और जिला परिषद चुनाव में टिकट वितरण को लेकर उठा बवंडर शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पहले जहां निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को लेकर ही विवाद था लेकिन अब नया विवाद कांग्रेस नेताओं नेताओं का ही सामने आ रहा है, जिसमें कई दिग्गज नेता आमने-सामने हो गए हैं। जिससे नेताओं का आपसी टकराव कांग्रेस पार्टी के लिए मुसीबतें खड़ी कर कर रहा है।

माना जा रहा है कि टिकट वितरण के बाद अंदर खाने चल रही नाराजगी पंचायत चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए भितरघात का कारण बन सकती है। विश्वस्त सूत्रों ने इसके संकेत दिए है। दऱअसल टिकट वितरण के बाद अब सबसे ज्यादा आंतरिक विरोध जोधपुर, सवाई माधोपुर, भरतपुर और जयपुर जिले में देखने को मिल रहा है, जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता ही एक दूसरे के खिलाफ लामबंद हो गए हैं।

भरतपुर में जाहिदा-वाजिब आमने-सामने
भरतपुर जिला परिषद में टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस विधायक जाहिदा खान और वाजिब अली आमने-सामने हैं दोनों ने एक दूसरे पर फर्जीवाड़े से टिकट वितरण के आरोप लगाए हैं। ऐसे में यहां भितरघात का अंदेशा बना हुआ है।


जोधपुर में पूर्व सांसद-विधायक के बीच रार
जोधपुर जिले में भी टिकट वितरण के बाद पूर्व सांसद बद्री जाखड़ और महिपाल मदेरणा परिवार आमने-सामने हैं। बद्रीराम जाखड़ अपनी बेटी मुन्नी देवी गोदारा को जिला प्रमुख बनाना चाहते हैं तो वहीं मदेरणा परिवार की बहू लीला मदेरणा जिला प्रमुख के दावेदार बताई जा रही हैं। पूर्व सांसद बद्री जाखड़ और मदेरणा परिवार के बीच लंबी अदावत रही है। जाखड़ को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बेहद करीबी माना जाता है।

सवाई माधोपुर में विधायक- भाई हुए आमने-सामने
सवाई माधोपुर जिले में कांग्रेस विधायक अशोक बैरवा और उनके भाई के बीच ही विवाद चल रहा है। अशोक बैरवा के भाई की पत्नी चौथ का बरवाड़ा पंचायत समिति से निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। ऐसे में यहां कांग्रेस के दिग्गज ही आमने-सामने हैं।

जयपुर जिले में दो पूर्व विधायकों में खींचतान
वहीं जयपुर जिले के चौमूं विधानसभा क्षेत्र में टिकट वितरण को लेकर पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी और पूर्व विधायक रामेश्वर यादव के बीच तकरार है। रामेश्वर यादव के बेटे नरेंद्र यादव के सिंबल में हुई गड़बड़ी को लेकर रामेश्वर यादव भगवान सहाय सैनी को दोषी ठहरा रहे हैं जिस पर यहां दोनों ही पक्षों में खींचतान बनी हुई है।

कांग्रेस प्रभारियों कार्यप्रणाली को लेकर उठे सवाल
इधर पंचायत जिला परिषद चुनाव में टिकट वितरण और सिंबव वितरण में कांग्रेस के संभाग और जिला प्रभारियों पर भी सवाल खड़े हुए हैं। पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ ने जहां जोधपुर संभाग प्रभारी रामलाल जाट और जोधपुर जिला प्रभारी प्रशांत बैरवा पर टिकट वितरण में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं तो वहीं भरतपुर में संभाग प्रभारी डॉ जितेंद्र सिंह और भरतपुर जिला प्रभारी वेद प्रकाश सोलंकी को लेकर भी विधायक वाजिब अली ने सवाल खड़े किए हैं।

निर्दलीय विधायकों के क्षेत्रों में पहले से विवाद
इधर सरकार को समर्थन दे रहे बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों और निर्दलीय विधायकों के क्षेत्रों में टिकट वितरण को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा है। इनमें नगर, शाहपुरा, बस्सी, दूदू, नदबई, सिरोही, महुआ, गंगापुर सिटी जैसे विधानसभा क्षेत्रों में निर्दलीय और भाजपा से कांग्रेस में आए विधायकों की राय से हुए टिकट वितरण को लेकर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे नेताओं ने मोर्चा खोल रखा है।