
हनुमानगढ़/पत्रिका न्यूज नेटवर्क. मार्च माने बोर्ड परीक्षा, पढ़ाई और परिणाम की चिंता का महीना। मगर पढ़ेसरियों के लिए अत्यधिक कोलाहल करने वाले डीजे साउंड खासकर मोबाइल डीजे परीक्षा से भी भारी टेंशन साबित हो रहे हैं। यूं कहे कि इम्तिहान की घड़ी में विद्यार्थियों का ध्यान भंग कर उनकी चिंता बढ़ा रहे हैं। देर रात कानफोड़ू आवाज में जब डीजे पर भाभी आवेगी रे म्हारे भाभी आवेगी, परफ्यूम लगावै चुन्नी म्है, ठा ठा दुनिया दी ठा ठा.. आदि गीत बजते हैं तो विद्यार्थियों को कोफ्त सी महसूस होती है।
हालात ऐसे हैं कि गांव-कस्बों में देर रात तक उठने वाले मोबाइल डीजे के धमीड़ जिला प्रशासन एवं न्यायालय के आदेशों का मुंह चिढ़ा रहे हैं। वहीं मोबाइल डीजे साउंड की बात की जाए तो दिनोंदिन गाड़ियों में ज्यादा से ज्यादा शोर करने वाले स्पीकर की संख्या बढ़ती जा रही है। इतनी तेज आवाज करने वाले डीजे साउंड बाजार में आ गए हैं कि परीक्षार्थियों की परेशानी तो एक तरफ, ह्रदय रोगियों के लिए तो वे जान का जोखिम तक बन गए हैं। गौरतलब है कि उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार रात दस बजे से लेकर सुबह छह बजे तक ध्वनि प्रसारण यंत्र नहीं बजाए जा सकते।
बढ़ रही स्पीकर की संख्या:
जानकारों के अनुसार अधिकाधिक आवाज पैदा करने के लिए मोबाइल डीजे में दिनोंदिन स्पीकर की संख्या बढ़ाई जा रही है। पहले सामान्यत: 12, 15 एवं 18 स्पीकर तक के मोबाइल डीजे साउंड बाजार में थे। अब स्थिति यह है कि 24 व 30 स्पीकर तक के डीजे साउंड आ चुके हैं। अब बाजार में दो हजार वाट की क्षमता वाले बड़े स्पीकर आ रहे हैं। मोबाइल डीजे संचालक ऐसे स्पीकर भी आधा दर्जन से ज्यादा तक गाड़ी में लगवा रहे हैं। इसका मतलब है कि जब इस तरह के स्पीकर से लैस डीजे बजता है तो कई मीटर दूर तक खड़े वाहनों तक में कंपन पैदा होता है। ऐसा कानफोड़ू शोर रोगियों और परीक्षार्थियों के लिए जी का जंजाल बनता जा रहा है।
जारी किया आदेश:
देर रात तक ऊंची आवाज में बजते डीजे साउंड की शिकायत एवं परीक्षा के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने तीन मार्च को एसपी, सभी एसडीएम एवं शिक्षा अधिकारियों को नौ मार्च से 12 अप्रेल तक ध्वनि प्रसारण यंत्रों पर प्रभावी रोक लगाने का आदेश जारी किया। इसमें राजस्थान कोलाहल अधिनियम 1965 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग कर रोक लगाने को कहा गया।
बारहवीं की शुरू, दसवीं की 16 से:
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की परीक्षा की बात करें तो बारहवीं कक्षा की परीक्षा नौ मार्च से शुरू हो चुकी है। इसका समापन 12 अप्रेल को होगा। वहीं दसवीं की परीक्षा 16 मार्च से शुरू होगी तथा अंतिम पेपर 11 अप्रेल को होगा। जिले में 176 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। जिले से कक्षा बारहवीं की परीक्षा में 26920 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, वहीं दसवीं की परीक्षा में 27649 विद्यार्थी शामिल होंगे। इसके अलावा अन्य कक्षाओं के विद्यार्थी भी परीक्षा की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
इनका कहना है..
लोगों की भी जिम्मेदारी: परीक्षा के दृष्टिगत लोगों को अपने स्तर पर प्रयास करना चाहिए कि हम अपने किसी समारोह में रात दस बजे बाद डीजे साउंड नहीं बजाएंगे। पुलिस व प्रशासन की जिम्मेदारी के साथ कानून की पालना करना नागरिकों का भी कर्तव्य है। आजकल दिनोंदिन तेज आवाज करने वाले डीजे साउंड बाजार में आ रहे हैं जो कोढ़ में खाज जैसी स्थिति पैदा कर रहे हैं। - रमेश सैन, शिक्षण संस्थान संचालक, हनुमानगढ़।
स्पीकर बढ़ाने की होड़: मोबाइल डीजे वैन पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में बड़े से बड़े स्पीकर लगाने की होड़ सी मची है। इतनी ऊंची आवाज में बजने वाले डीजे साउंड आ चुके हैं कि कई मीटर दूर खड़े वाहनों तक में कंपन होने लगता है। यह ना केवल परीक्षार्थियों के लिए समस्या है
Published on:
12 Mar 2023 12:19 pm
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