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जयपुर। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कुछ यूनिवर्सिटी की फंडिंग रोकने की चेतावनी का असर राजस्थान स्टार्टअप्स के इनोवेशन एक्सचेंज प्रोग्राम पर भी पड़ा है। इनोवेशन का फायदा लेने के लिए प्रदेश के कुछ स्टार्टअप्स को बर्कले यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया व अन्य देशों में भेजा जाना था, लेकिन फिलहाल कदम रोक दिए हैं। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग अब नए सिरे से कवायद कर रहा है। इस संबंध में वहां की यूनिवर्सिटी प्रबंधन से भी बातचीत चल रही है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार उस दिशा में काम किया जा रहा है, जिससे युवा इनोवेटर्स को निराश नहीं होना पड़े।
जर्मनी और ऑस्ट्रिया की यूनिवर्सिटी ने भी राजस्थान के स्टार्टअप्स के साथ इनोवेशन और तकनीकी सहयोग के प्रस्ताव भेजे हुए हैं। प्राथमिकता बर्कले को दी गई थी, लेकिन अब दूसरे देशों के प्रस्तावों पर भी फोकस हो गया है। इवेंट, तकनीकी सहयोग, रिसर्च, वित्तीय संसाधनों से लेकर कई अन्य बिन्दुओं पर बातचीत चल रही है। दोनों देशों को स्टार्टअप आइडिया के लिए अपने बाजार में एक्सेस की अनुमति भी देनी है।
इस स्थिति के बाद अब डीओआइटी नई रणनीति पर भी काम कर रहा है, ताकि स्टार्टअप्स को वैकल्पिक इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म मुहैया कराया जा सके।
-रिसर्च लैब एक्सेस
-अनुभवी टेक्निकल मेंटरशिप
-ग्लोबल एक्सीलरेटर सपोर्ट
-अन्तरराष्ट्रीय बाजार में स्टार्टअप्स की पहुंच
-फंडिंग की उपलब्धता
-6293 स्टार्टअप रजिस्टर्ड हुए हैं अब तक
-1005 करोड़ रुपए का निवेश कर चुके स्टार्टअप्स में
-40301 युवाओं को रोजगार मिला
-105373 बच्चे जुड़ चुके हैं अभी तक
Updated on:
15 Jul 2025 05:10 pm
Published on:
15 Jul 2025 05:09 pm
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