Drinking water crisis in Rajasthan : शाहपुरा। गर्मी के मौसम में कई दिनों से पेयजल संकट का सामना कर रहे शाहपुरा के वार्ड 17 व 32के वाशिंदों का आखिरकार गुस्सा फूट पड़ा। स्थानीय महिलाओं व पुरूषों ने जलदाय विभाग के कार्यालय के बाहर मटका फोड़ विरोध प्रदर्शन किया।
जयपुर•May 16, 2022 / 10:20 pm•
Satya
राजस्थान में यहां पेयजल संकट, महिलाओं ने कर दिया स्टेट हाइवे जाम
Drinking water crisis in Rajasthan : शाहपुरा। गर्मी के मौसम में कई दिनों से पेयजल संकट का सामना कर रहे शाहपुरा के वार्ड 17 व 32के वाशिंदों का आखिरकार गुस्सा फूट पड़ा। स्थानीय महिलाओं व पुरूषों ने जलदाय विभाग के कार्यालय के बाहर मटका फोड़ विरोध प्रदर्शन किया और नीमकाथाना स्टेट हाइवे पर जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों ने उपखण्ड अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग की। मौके पर पहुंची पुलिस ने जलदाय अधिकारियों को मौके पर बुलाया। करीब एक घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद सहायक अभियंता ने पेयजलापूर्ति व्यवस्था सुचारू करने का आश्वासन दिया। तब जाकर समझाइश कर जाम खुलवाया गया।
नहीं थी पेयजल आपूॢत सुचारू
जानकारी के अनुसार शाहपुरा के वार्ड 17 व 32 में पिछले कई दिनों से पर्याप्त मात्रा में पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं हो पा रही है। इससे स्थानीय लोग काफी परेशान है। स्थानीय वाशिंदों की ओर से जलदाय विभाग के अधिकारियों को अवगत भी कराया लेकिन पेयजल समस्या का समाधान नहीं हो पाया। समाधान नहीं होने से नारा? महिला-पुरुष सोमवार को एकत्रित होकर जलदाय विभाग के कार्यालय के बाहर पहुंचे और विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
यूं किया हाइवे जाम
गुस्साए लोगों ने नीमकाथाना स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया और धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा खाली मटके फोड़ेे। जाम से यहां वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम व प्रदर्शन की सूचना मिलने पर शाहपुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शन कर रहे लोगों से समझाइश की लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने एसडीएम व जलदाय विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की। बाद में जलदाय विभाग के सहायक अभियंता शिशुपाल सैनी व कनिष्ठ अभियंता मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाईश की। नाराज महिला-पुरूषों ने उन्हें खरी-खोटी सुनाई तथा पेयजल व्यवस्था सुचारू करने की मांग की। प्रदर्शन कर रहे वार्डवासी रामेश्वर प्रसाद, ग्यारसी लाल, शंकरलाल, गिरिराज, मुकेश, राजू, उर्मिला, संती देवी, केसरी देवी समेत अन्य लोगों ने विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि उनके वार्ड में पेयजल संकट गहराया हुआ है। उनके घरों में पर्याप्त मात्रा में पेयजलापूर्ति नहीं होती है। इससे उन्हें काफी परेशानी होती है।
निजी टैंकर मंगवाने को मजबूर
क्षेत्र के लोग स्वयं के स्तर पर पानी के निजी टैंकर मंगवाने पड़ते हंै। टैंकर वाले भी मनमाना दाम वसूल कर रहे हैं। पेयजल समस्या के कारण उनकी दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है। लोगों का कहना था कि जलदाय विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत कराया लेकिन समाधान के बजाय हर बार आश्वासन ही मिलता है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उनके वार्डों में बोरिंग व पेयजल व्यवस्था सुचारू करवाने की मांग की। बाद में शाहपुरा थाना प्रभारी विजेंद्र सिंह मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों से जाम खोलने के समझाइश कर उन्हें सडक़ से हटाया। सहायक अभियंता के 15 दिन में सर्वे करवाकर बोरिंग का आश्वासन देने पर मामला शांत हुआ।