मौसम विभाग केंद्र ने जयपुर में अगले 2 दिन के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
Jaipur Weather Alert: जयपुर शहर में सोमवार को सावन की फुहारें नहीं, सिस्टम की सफाई बह गई। मौसम विभाग ने तो सिर्फ बारिश की चेतावनी दी थी, लेकिन शहर की व्यवस्थाओं ने जैसे खुद को बहा ले जाने की तैयारी पहले ही कर ली थी। नालों ने उफान मचाया, सड़कों ने झील का रूप लिया और प्रशासन—वो तो शायद ‘जल मग्न ध्यान’ में था। नगर निगम और जेडीए को शायद यही लगता है कि ‘वाटर लॉगिंग’ कोई पर्यटन आकर्षण है, तभी तो हर साल उसे इतने मनोयोग से दोहराते हैं!
दरअसल, दिनभर उमस और तेज गर्मी के बाद अचानक मौसम बदल गया और मूसलाधार बारिश ने शहर को चारों ओर से घेर लिया। शाम छह बजे शुरू होने के बाद ढाई घंटे तक जारी इस बारिश ने शहर की सड़कों को दरिया बना दिया। दो-तीन फीट तक पानी भर गया। कई जगह वाहन पलटने से लोग घायल हो गए।
तेज बारिश के बाद सोमवार शाम को जयपुर ट्रैफिक कंट्रोल रूम में 50 से अधिक स्थानों से जाम की सूचनाएं मिलीं। देर रात करीब 10 बजे तक एक दर्जन से अधिक स्थानों पर पानी भरा रहा, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
जेकेलोन अस्पताल के एक्स-रे रूम, मुख्य द्वार व इमरजेंसी ब्लॉक तक पानी भर गया। मरीजों को गोद में उठा कर ब्लॉक तक लाया गया। एसएमएस अस्पताल के गेट और चरक भवन के मार्ग समेत मुख्य सड़कें जाम में थीं।
यात्रियों को बेघर शेड न होने के कारण बारिश में भीगते हुए ट्रेन पकड़नी पड़ी।एयरपोर्ट पर शाम 6 बजे एक फ्लाइट दिल्ली डायवर्ट कर दी गई। अन्य फ्लाइट्स हवाई होल्ड पर रहीं।
सीकर रोड पर जेडीए ने 26.52 करोड़ रुपए खर्च कर ड्रेनेज लाइन डाली थी। हाल ही इसका काम पूरा हुआ है। तेज बारिश में ड्रेनेज लाइन से पानी की निकासी नहीं हो पाई और जलभराव हो गया। कुछेक वाहनों को क्रेन से ले जाया गया। वहीं, जेडीए अधिकारियों ने सफाई दी कि ड्रेनेज लाइन की जालियों में कचरा फंसने की वजह से पानी की निकासी नहीं हो पाई।
-अस्पताल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, कॉलोनियां, मुख्य मार्ग, निचली बस्तियां, हर जगह जल निकासी के इंतजाम पूरी तरह फेल नजर आए।
-ऑफिस टाइम खत्म होते ही बरसात शुरू हुई, जिसके कारण लोग घरों के लिए निकल ही नहीं पाए।
-बारिश रुकने के बाद जब लोग घरों की ओर बढ़े, तो प्रमुख रास्तों पर भारी जाम था। कई लोग शाम 7 बजे निकलने के बाद घर तक 2 से 3 घंटे में पहुंचे।
-कई कॉलोनियों में गाड़ियां आधी डूब गईं और नालों का पानी घरों तक घुस गया। हर सड़क नाले में तब्दील हो गई।
मौसम केंन्द्र के अनुसार, 30-31 जुलाई को भरतपुर, धौलपुर, करौली, डीग, सवाई माधोपुर, अलवर, दौसा, जयपुर, जयपुर ग्रामीण, झुंझुनूं, सीकर, अजमेर, भीलवाड़ा, ब्यावर, डीडवाना - कुचामन, नागौर और टोंक में कहीं-कहीं भारी व अतिभारी बारिश होने तथा बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है।