31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नए साल से जेडीए में ई-जनसुनवाई, घर बैठे ही दर्ज करा सकेंगे शिकायत, सुनवाई में भी नहीं आना होगा

जयपुर विकास प्राधिकरण में अब नागरिकों को शिकायतों के निस्तारण के लिए मुख्यालय और जोन कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। नए जेडीसी सिद्धार्थ महाजन, जिन्होंने सोमवार को ही पदभार संभाला है और उसके बाद बैठक में ही ‘ई-जनसुनवाई’ प्रणाली लागू करने की बात कही है। इस डिजिटल पहल के तहत नागरिक ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर वीसी के जरिए अधिकारियों से सीधे जुड़ सकेंगे।

less than 1 minute read
Google source verification

जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण में अब नागरिकों को शिकायतों के निस्तारण के लिए मुख्यालय और जोन कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। नए जेडीसी सिद्धार्थ महाजन, जिन्होंने सोमवार को ही पदभार संभाला है और उसके बाद बैठक में ही ‘ई-जनसुनवाई’ प्रणाली लागू करने की बात कही है। इस डिजिटल पहल के तहत नागरिक ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर वीसी के जरिए अधिकारियों से सीधे जुड़ सकेंगे।
मौजूदा समय की बात करें तो वर्तमान व्यवस्था में जेडीए से जुड़ी शिकायतों के लिए नागरिकों को बार-बार कार्यालय आना पड़ता है। एक ही समस्या के लिए अलग-अलग अधिकारियों और कर्मचारियों के चक्कर लगाने पड़ते हैं, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती है।

कैसे काम करेगी ‘ई-जनसुनवाई’ प्रणाली

  1. ऑनलाइन शिकायत दर्ज: नागरिक जेडीए के ऑनलाइन पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकेंगे।
  2. स्वचालित आवंटन: शिकायत संबंधित जोन या प्रकोष्ठ को ऑनलाइन ही भेजी जाएगी, जहां उसकी प्रारंभिक जांच होगी।
  3. वीसी से सुनवाई: आवश्यक कार्यवाही के बाद प्रार्थी की ई-सुनवाई होगी।एक ओर प्रार्थी, दूसरी ओर जेडीए के वरिष्ठ अधिकारी होंगे। पूरी प्रक्रिया की रिकॉर्डिंग भी होगी।
  4. ट्रैकिंग और पारदर्शिता: अगर निस्तारण में कोई अड़चन आती है, तो उसकी जानकारी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ही मिलेगी।
  5. पुराने मामलों को प्राथमिकता: लंबित पड़े पुराने प्रकरणों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।

इस डिजिटल पहल का उद्देश्य आमजन की परेशानी कम करना, शिकायत प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना और जवाबदेही तय करना है। ई-जनसुनवाई से नागरिकों और जेडीए—दोनों के समय और संसाधनों की बचत होगी।
-सिद्धार्थ महाजन, जेडीसी