राजस्थान के झालावाड़ में सरकारी स्कूल के जर्जर भवन की छत ढ़हने के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया गया है।
Jhalawar School Acccident: राजस्थान के झालावाड़ में सरकारी स्कूल के जर्जर भवन की छत ढ़हने से 8 स्कूली बच्चों की मौत हो गई। जबकि 17 से 30 बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए है। जिनका उपचार मनोहरथाना अस्पताल में चल रहा है। इस घटना पर राष्ट्रपति दौपद्री मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम भजनलाल शर्मा, पूर्व सीएम अशोक गहलोत एवं अन्य नेताओं ने संवेदना व्यक्त की है। वहीं, विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने घटना की उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच करने के आदेश दिए है।
इस घटना के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया गया है। समग्र शिक्षा के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वय अधिकारी ने जयपुर जिले के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को जर्जर एवं पुराने भवन में संचालित स्कूलों में विद्यार्थियों को नहीं बैठाने एवं प्रवेश नहीं देने के आदेश जारी किए है।
आदेश में स्पष्ट तौर पर कहा गया कि आप अपने ब्लॉक के समस्त प्रिसिंपल को आज ही निर्देशित करें कि यदि उनके विद्यालय के भवन में यदि कोई कक्षा-कक्ष या अन्य कोई हिस्सा जर्जर है कि वह इस बारिश के मौसम में क्षतिग्रस्त होकर कोई जान-माल की हानि दे सकता है। उस हिस्से में विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों का प्रवेश निषेध करें।
साथ ही इसकी सूचना ब्लॉक कनिष्ठ अभियंता को तुरंत देवें एवं उसकी प्रतिलिपि कार्यालय को आज 3 बजे तक प्रेषित करें। इससे कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही न बरते। क्योंकि जिला कलेक्टर ने भी इस कार्य को प्राथमिकता से करने के अति. जिला परियोजना समन्वयक को आदेश दिये है। इससे साथ ही सभी संस्था प्रधानों को वह भी आदेशित करें कि सभी विद्यालय की छत की सफाई करवाना सुनिश्चित करें।
झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव में आज सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। भारी बारिश के कारण राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल की जर्जर छत गिर गई। कई बच्चे मलबे में दब गए। जिससे स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि इस घटना में 8 बच्चों की मौत हो गई। जबकि 17 से 30 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।