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Eid-Ul-Fitr 2023: बहुत कम मुल्क में देखने को मिलता है ईद पर ऐसा खास भाईचारा

Eid-Ul-Fitr 2023: जयपुर. ईद-उल-फितर का पर्व नजदीक आने के साथ ही रमजान की रौनकें ख़ास बनती जा रही है। ख़ासकर जयपुर की चारदीवारी क्षेत्र में ईद की खरीदारी चरम पर है।

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Eid-Ul-Fitr 2023: जयपुर. ईद-उल-फितर का पर्व नजदीक आने के साथ ही रमजान की रौनकें ख़ास बनती जा रही है। ख़ासकर जयपुर की चारदीवारी क्षेत्र में ईद की खरीदारी चरम पर है। नए कपड़ों से लेकर टोपी, सेवइयां, फल, खजूर आदि की खरीददारी के लिए लोग उमड़ रहे हैं। ईद के साथ ही जुमातुल विदा यानी अलविदा जुमे की तैयारियों ने भी जोर पकड़ लिया है। दरअसल रमजान माह के अलविदा जुमे के मौके पर जयपुर के जौहरी बाजार में स्थित ऐतिहासिक जामा मस्जिद में जुमे की सामूहिक नमाज़ अदा की जानी है। जिसके लिए जामा मस्जिद इंतजामियां कमेटी विशेष इंतजाम में जुटी है। 21 अप्रेल को अगला शुक्रवार रमजान के पाक और मुकद्दस महीने का अंतिम शुक्रवार है। हर साल रमजान के अंतिम शुक्रवार को अलविदा जुमे की नमाज अदा की जाती है। इसमें जयपुर में करीब 5 से 6 लाख लोग नमाज अदा करते हैं।


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वैसे जयपुर की अलविदा जुमे की नमाज़ सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है। पूरे राजस्थान में ऐसी कोई दूसरी जगह नहीं है, जहां एक साथ इतने नमाज़ी नमाज़ अदा करते हों। जामा मस्जिद इंतजामियां कमेटी के सदर शब्बीर कुरैशी बताते हैं कि पूरे मुल्क में बहुत कम ऐसी जगह है, जहां ऐसा नजारा देखने को मिलता है। जयपुर में होने वाली इस नमाज़ में 5 से 6 लाख लोग एक साथ नमाज़ में शामिल होते रहे हैं। यह नमाज़ आस्था की ही नहीं बल्कि गंगा-जमुनी तहज़ीब की एक मिसाल भी है।

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व्यापारी करते हैं नमाज़ियों का इस्तक़बाल
जुमातुल विदा के दिन जयपुर में गंगा-जमुनी तहज़ीब साकार होती नज़र आती है। क्योंकि यहां होने वाली विशेष नमाज़ के लिए जब मुस्लिम समाज के लोग आते हैं तो जौहरी बाजार के व्यापारी खुले दिल से उनका इस्तक़बाल करते हैं। साथ ही नमाज़ियों के लिए छाया, वुज़ू और नमाज़ पढ़ने के लिए कपड़ा बिछाने का इंतज़ाम भी करते हैं। इससे यहां पर सदियों से आपसी भाईचारे का संदेश दिया जा रहा है।

व्यापारी अशोक और अमित राजानी ने कहा कि हम सभी व्यापारियों की ओर से जामा मस्जिद कमेटी को सहयोग किया जाता रहा है। साथ ही व्यापार मंडल की ओर से रोजा इफ़्तार कार्यक्रम भी रखा जाता है। हमारी ओर से यह कार्य पिछले 45 साल से आपसी भाईचारे के संदेश को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। गौरतलब है कि इस बार भारत में ईद का पर्व 22 अप्रेल को मनाया जा सकता है। हालांकि चांद दिखने के टाइम में बदलाव के साथ ईद की तारीख में भी बदलाव हो सकता है। यह 23 अप्रेल को भी मनाया जा सकता है।