इस दौरान मुल्क में चैन, अमन व भाईचारे और कोरोना से खात्मे की दुआ के लिए अल्लाह की इबादत की और उनकी शान में घरों से सिर झुकाए। यह दूसरा मौका रहा जब कोरोना के मद्देनजर सामूहिक नमाज अदा नहीं हुई। इस दौरान सामाजिक दूरी के नियम का भी खास ख्याल रखा। लॉकडाउन के कारण दूसरी बार जामा मस्जिद, चारदरवाजा, संसारचंद्र रोड, घाटगेट, ईदगाह सहित अन्य मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा नहीं हुई। प्रशासन की सिफारिश पर यहां सिर्फ पांच लोगों और खादिमों ने ही नमाज अदा की। नमाज के नमाजियों ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को ईद की मुबारकबाद देते हुए उनके जज्बे को सलाम किया। उलेमाओं और प्रशासन ने लोगों के जज्बे को सराहा।
अकीतदमंदों ने परिवारजनों के साथ घर से अलग-अलग समय पर सामाजिक दूरी का पालन करने के साथ नमाज अदा की। नमाजियों ने मुल्क की खुशहाली, विश्व और देश-प्रदेश से कोरोना संक्रमण का संकट दूर होने की दुआ भी की। इसके बाद एक दूसरे से गले न मिलकर सोशल मीडिया के माध्यम से ईद की बधाई देने का सिलसिला शाम तक जारी रहेगा। घरों में सेवइयां, खीर सहित अन्य पकवान बनाए गए। इस दौरान अकीदतमंदों ने जरूरतमंदो की मदद की। ऑनलाइन बच्चों को ईदी दी गई। इसके साथ ही तैयार होकर समाजबंधुओं ने फोटोज सोशल नेटवर्क पर साझा की। मस्जिदों के बाहर पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी नजर आई।
गलतियों की मांगे माफी
जामा मस्जिद में लगभग 161 साल में दूसरी बार ईद उल फितर की सामूहिक नमाज अदा नहीं हुई। लगातार दूसरी बार बार ऐसा हुआ कि एक साथ लाखों रोजेदार अल्लाह के बारगाह में एक साथ सजदा नहीं कर पाए। आस्था की ही नहीं गंगा जमनी तहजीब की मिसाल माने जाने वाली मस्जिद के बाहर ईद पर चहल पहल नजर नहीं आई। इमाम और खतीब मुफ्ती सैयद अमजद अली ने नमाज अदा करवाई। उन्होंने कहा कि हमें अपनी गलतियों की माफी मांगनी चाहिए। संसारचंद्र रोड स्थित दरगाह हजरत मीर कुर्बान अली में सज्जादानशीन डॉ. सय्यद हबीब उर रहमान नियाजी ने नमाज अदा करवाई। शिया जामा मस्जिद के मुतव्वली एमएम तकवी ने कहा कि ईद के बाद भी लॉकडाउन के दिशानिर्देशों का पालन करने का आहवान किया।
छोटे बच्चों ने भी दिया संदेश
महिला अधिकारिता एवं बाल विकास विभाग से जुडी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एम्बेसेडर इनाया खान ने सभी देशवासियो को ईद की मुबारकबाद दी। इनाया ने कहा कि हमारा देश वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है, जिस तरह से हम सबने रमजान माह मे धैर्य और संयम रख रोजे रखे और खुदा की इबादत की उसी तरह हम सब ईद भी सादगी से मनाएंगे। सरकार की गाइड लाइन व लॉकडाउन का पालन करेगे। गरीब बेसहारा लोगो की मदद करेगे।