राजधानी जयपुर अब पूरी तरह विद्युत स्मार्ट मीटर लैस होगा। यहां 18 लाख मीटर लगेंगे, जो पूरी तरह प्रीपेड होंगे। यानि, विद्युत उपभोक्ताओं को बिल नहीं मिलेंगे, बल्कि बिजली सप्लाई के लिए सभी को पहले रिचार्ज कराना होगा। यदि बैलेंस शून्य हो गया तो भी 72 घंटे तक बिजली सप्लाई नहीं कटेगी, बल्कि इस दौरान 'हैप्पी ऑवर्स' होंगे।
राजधानी जयपुर अब पूरी तरह विद्युत स्मार्ट मीटर लैस होगा। यहां 18 लाख मीटर लगेंगे, जो पूरी तरह प्रीपेड होंगे। यानि, विद्युत उपभोक्ताओं को बिल नहीं मिलेंगे, बल्कि बिजली सप्लाई के लिए सभी को पहले रिचार्ज कराना होगा। यदि बैलेंस शून्य हो गया तो भी 72 घंटे तक बिजली सप्लाई नहीं कटेगी, बल्कि इस दौरान 'हैप्पी ऑवर्स' होंगे।
इसके बाद भी उपभोक्ता मीटर रिचार्ज नहीं करते हैं तो स्वत: बिजली सप्लाई बंद हो जाएगी। जयपुर विद्युत वितरण निगम ने इसकी गाइडलाइन तैयार कर स्वीकृति के लिए राज्य विद्युत विनियामक आयोग को भेज दी है। इसी तर्ज पर अजमेर व जोधपुर डिस्कॉम भी तैयार कर रहे हैं। दो साल पहले जयपुर जिले में 2.73 लाख मीटर लगाए गए, लेकिन उसमें पोस्टपेड व प्रीपेड दोनों तरह के विकल्प दिए गए थे।
गाइडलाइन : छुट्टी के दिन भी नहीं कटेगा कनेक्शन
कहां-कितने लगेंगे स्मार्ट मीटर
डिस्कॉम------अभी तक लगाए----अब लगेंगे
जयपुर डिस्कॉम- 4.08 लाख- 47.67 लाख
अजमेर डिस्कॉम- 56 हजार - 54.32 लाख
जोधपुर डिस्कॉम- 68 हजार - 40.80 लाख
(कृषि उपभोक्ताओं को छोड़कर)
1. उपभोक्ताओं को यह सुविधा...
- मीटर को कहीं से भी रिमोट कंट्रोल के जरिए मॉनिटर कर रहे।
-प्रतिदिन की बिजली खपत और शुल्क (खर्चे) की जानकारी मिल रही। इस आधार पर मासिक उपभोग की प्लानिंग।
-घर की सप्लाई बंद होते ही सीधे कंट्रोल रूम में सूचना की सुविधा।
-बिजली सप्लाई का लोड अधिक होते ही मोबाइल पर अलर्ट मैसेज आता है।
2. डिस्कॉम को यह फायदा
-प्रीपेड मीटर को पहले रिचार्ज करना होगा, इससे डिस्कॉम को पहले राजस्व मिल सकेगा।
-बिलिंग जारी करने से लेकर वितरित करने की प्रक्रिया से मुक्ति।
-सिस्टम को आसान और अच्छी तरह से मॉनिटर कर सकेंगे।