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Fact check : ऑटो में बैठे एसएमएस भेजें, पुलिस करेगी लोकेशन ट्रैक… फर्जी मैसेज वायरल

सोशल मीडिया पर एक नंबर पर एसएमएस भेजने से लोकेशन ट्रैस की पोस्ट वायरल, ऑटो या टैक्सी में सफर करने वाली अकेली महिला को सुविधा का दावा, कई भाषाओं में इस पोस्ट को किया जा रहा शेयर, दावा - नंबर पर मैसेज भेजने से गाड़ी की जीपीआरएस से होगी ट्रैकिंग, सोशल मीडिया पर लोग कर रहे पोस्ट को वायरल, जानें इस वायरल पोस्ट की पूरी सच्चाई

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फैक्ट चैक : ऑटो में बैठे एसएमएस भेजें, पुलिस करेगी लोकेशन ट्रैक... फर्जी मैसेज वायरल

फैक्ट चैक : ऑटो में बैठे एसएमएस भेजें, पुलिस करेगी लोकेशन ट्रैक... फर्जी मैसेज वायरल

जयपुर। सोशल मीडिया पर किसी फोटो और वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया जाता रहता है। वहीं किसी पुरानी फोटो और वीडियो को नया बताकर भी उसे शेयर किया जाता है। कई बार सच्चाई कोसों दूर होती है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग बिना सच जाने उसे वायरल करते रहते हैं।
हैदराबाद बलात्कार-हत्या मामले के मद्देनजर, कई भाषा तेलुगु, उडिय़ा, अंग्रेजी में एक संदेश सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल हो रहा है। इस संदेश के अनुसार एक नया नंबर महिला सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर के रूप में पेश किया गया है। संदेश में दावा किया गया है कि "'9969777888' पर एसएमएस भेजने से पुलिस जीपीआरएस का उपयोग करके भेजने वाले का स्थान ट्रैक कर सकती है"। पिछले कुछ हफ्तों में कई लोगों ने इस संदेश को फेसबुक और ट्विटर पर शेयर किया है।
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस वायरल मैसेज के पीछे का सच जाना।
यह है वायरल पोस्ट में
सोशल मीडिया पर एक यूजर डबलू सिन्हा आरा ने फेसबुक पर हिंदी में एक तस्वीर के साथ ऐसा ही दावा साझा किया है जिसमें लिखा है, "सूचना : अकेले सफर करने वाली महिलाओ के हित में जारी.... आप जब भी अकेले रात में ऑटो या टैक्सी में बैठें तो उसे उस ऑटो या टैक्सी का नम्बर 9969777888 पर एसएमएस कर दें। आपके फोन पर तत्काल मैसेज आएगा एग्नॉलेजमेंट का, आपके वाहन पर जीपीआरएस से नजर रखी जाएगी, धन्यवाद"।
फेसबुक पर एक अन्य यूजर ने इस वायरल संदेश को तेलुगु भाषा में पोस्ट किया, जिसे राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने गूगल से ट्रांसलेट किया जो इस प्रकार है - आंध्र प्रदेश पुलिस : महिला सुरक्षा के लिए अच्छी सेवा शुरू हुई। इसका मतलब है कि आपका ड्राइव-वे जीपीआरएस से जुड़ा होगा। आंध्र प्रदेश पुलिस मीडिया मित्रों की मदद तब तक कर सकती है, जब तक कि अधिक लड़कियों को इसकी जानकारी नहीं मिल जाती। "
इसी तरह का संदेश मराठी भाषा में भी प्रसारित है, यदि सभी महिलाओं को रात में ऑटो या टैक्सी से अकेले यात्रा करनी पड़ती है तो उस ऑटो या टैक्सी नंबर 9969777888 पर एसएमएस करें। यह संदेश आपके मोबाइल फोन पर एक पर्ची के साथ भेजा जाएगा और आपके वाहन पर जीपीआरएस से नजर रखी जाएगी। महाराष्ट्र पुलिस। इसी तरह 3 दिसंबर को एक सोशल मीडिया यूजर आशीष बिस्वा ने फेसबुक पर यह वायरल संदेश उडिय़ा भाषा में भी पोस्ट किया था।

जांच
इसी नंबर से जुड़ा ऐसा ही एक दावा जुलाई में भी वायरल हुआ था। यह नंबर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मार्च 2014 में मुंबई पुलिस की ओर से शुरू की गई एक पहल से संबंधित था। यह हैदराबाद के एक तकनीकी विशेषज्ञ ने देश में हो रहे बलात्कार और हत्या की घटनाओं के बाद शुरू किया था। यह हेल्पलाइन नंबर मुंबई पुलिस और एमटीएनएल के संयुक्त पहल के तौर पर शुरू किया गया था।
हालांकि एक रिपोर्ट के अनुसार खराब प्रतिक्रिया के कारण वर्ष 2017 में इस नंबर को बंद कर दिया गया था। वहीं 3 दिसंबर को हैदराबाद सिटी पुलिस और बेंगलुरु शहर पुलिस के ट्विटर अकाउंट से यह स्पष्ट किया गया था कि 9969777888 के बारे में वायरल हो रहा संदेश गलत है।
इसमें उन्होंने लिखा था कि 'फेक न्यूज : सोशल मीडिया पर प्रसारित के बारे में... पुलिस ने एक नए मोबाइल ट्रैकिंग नंबर (9969777888) का परिचय दिया, जबकि कैब और ऑटो में यात्रा करना फेक न्यूज़ है, इसे प्रसारित न करें।
हैदराबाद पुलिस ने लिखा कि बैंगलोर सिटी पुलिस की महिला हेल्पलाइन के रूप में इस नंबर के बारे में व्हाट्सएप पर फेक मैसेज चल रहा है। यह संख्या बैंगलोर सिटी पुलिस से संबंधित नहीं है। लोगों से अनुरोध किया जाता है कि वे इस नकली संदेश पर विश्वास न करें या साझा न करें। सोशल मीडिया पर नकली संदेश बनाने और फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं 7 दिसंबर को पीआईबी इंडिया ने भी ट्वीट किया कि, "दावा : ऑटो या टैक्सी में रात में अकेले यात्रा करने वाली महिलाएं वाहन का नंबर पुलिस को (9969777888) एसएमएस कर सकती हैं और उनके वाहन को जीपीआरएस के माध्यम से ट्रैक किया जाएगा। वास्तविकता : यह केवल मुंबई के लिए विशिष्ट सेवा थी और वर्ष 2017 से बंद कर दी गई है।

सच
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस वायरल मैसेज के पीछे का सच जाना तो पता चला कि यह नंबर गलत है। इस नवंबर 9969777888 पर एसएमएस भेजने या फोन करने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती है, इसलिए वायरल संदेश का यह दावा कि 9969777888 पर एसएमएस भेजने से किसी राज्य की पुलिस आपके स्थान को ट्रैक कर सकेगी, गलत है।