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आरबीआई तक पहुंच रहे नकली नोट

पूरे देश भर की पुलिस नकली नोटों के मामले मंे कार्रवाई पर कार्रवाई कर रही है। प्रदेश में भी पुलिस की गुप्तचर एजेंसियां नकली नोटों को बॉर्डर पर ही रोकने के अथाह प्रयास कर रही हैं

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Manish Sharma

Jul 13, 2015

पूरे देश भर की पुलिस नकली नोटों के मामले मंे कार्रवाई पर कार्रवाई कर रही है। प्रदेश में भी पुलिस की गुप्तचर एजेंसियां नकली नोटों को बॉर्डर पर ही रोकने के अथाह प्रयास कर रही हैं, लेकिन प्रदेश मंे नकली नोटों का आना जारी है।

नकली नोट जांचने के मामले में आम आदमी तो धोखा खा सकता है, लेकिन बैंक अधिकारियों की नजर फिसलने की बात समझ से परे है। क्योंकि सरकार ने उन्हें नोट जांचने के लिए मशीनें तक दे रखी हैं। इसका खामियाजा सरकारी खजाने को भुगतना पड़ रहा है और साथ ही मुकदमों के बोझ तले दबी पुलिस के खातों में और मुकदमे जुड़ रहे हैं।

बैंकों की छोटी शाखाओं में गड़बड़ी ज्यादा
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी भी नकली नोटों को लेकर परेशान हैं। बैंकों के जमा हुए कैश में नकली नोट आने का सिलसिला अभी तक जारी है। जनवरी 2014 से लेकर इस साल अप्रैल महीने तक आरबीआई में नकली नोट जमा होने के एक दो नहीं पूरे 72 मामले दर्ज हुए हैं। इन मामलों को गांधी नगर थाने मंे दर्ज कराया गया है। पुलिस मामलों की जांच कर रही है।

बैंक अधिकारियों की मानें तो बैंकों की छोटी शाखाओं से आने वाली नकदी में नकली नोट होने की समस्या अन्य ब्रांचों की तुलना मंे अधिक रहती है। पुलिस के अनुसार इन दर्ज 72 मामलों मंे करीब तीन लाख रुपए के नोट नकली होने की रिपोर्ट है।

कहां फेल हो रही स्पेशल टॉर्च
वर्तमान में नकली नोट जांचने के तीन प्रभावी तरीके चलन में है। बैंक अफसरों के अनुसार कैश जमा कराने वाले काउंटर्स पर नीले रंग की रोशनी वाली देने वाली स्पेशल टॉर्च होती है। इस टॉर्च के अलावा बड़े स्तर पर नकली नोट निकालने के लिए बैंकों में नोट गिनने वाली मशीन काम में
ली जाती है। साथ ही बैंकों में नोट जमा करने वाले बैंक अधिकारी अपने स्तर पर भी नोट जांचते हैं। लेकिन इतना होने के बाद भी नकली नोटों का मामला थमने तक का नाम नहीं ले रहा है।

पचास और पांच सौ के नोट में सबसे ज्यादा धांधली
पुलिस के अनुसार पचास रुपए और पांच सौ रुपए के नोट में सबसे ज्यादा धांधली सामने आती है। दोनों ही नोट अन्य नोटों की तुलना मंे ज्यादा चलन में हैं। इस कारण इन दोनों नोटों की पहचान करना अधिक जरूरी है। इसके बाद सौ एवं हजार रुपए के नोटों का नंबर आता है। हालात ये हैं कि एटीएम तक नकली नोट उगल रहे हैं।